दुश्मनी की तो क्या पूछिये दोस्ती का भरोसा नहीं,आप मुझ से भी पर्दा करें,अब किसी का भरोसा नही, कल ये मेरे भी आँगन में थी,जिसपे तुमको गुरूरआज है.कल ये शायद तुझे छोड़ दे,इस ख़ुशी का भरोसा नही, मुश्किल कोई आन पड़ी तो घबराने से क्या होगा,जीने की तरक़ीब निकालो मर जाने से क्या होगा, क्या ज़रूरी है हर रात में,चाँद …
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