इटा ना तो करना स्वामी, जब प्राण ताना से निकले गोविंद नाम लेकर, तब प्राण ताना से निकले ||1|| श्री गंगा जी का तट हो, यमुना का वंशीी वात हो मेरा सांवरा निकट हो, जब प्राण ताना से निकले पीताम्बरी कसी हो, चाबी मान में भी बेसिन हो होतून पे कुछ हा.नस हो, जब प्राण ताना से निकले ||2|| उस …
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