डॉo राही मासूम रज़ा याद रखने की बात ये है कि आज़ भी नफ़रत फ़ैलाने वालों की "छोटी गट्ठर" हमारे प्यार -मोहब्बत के "बड़े गट्ठर" से बहुत छोटी है। Read More »