ना स्वर हैं, ना सरगम हैं, ना लय न तराना है। बजरंग के चरणो में एक फूल चढ़ाना है॥ तुम बाल समय में प्रभु, सूरज को निगल डाले, अभिमानी सुरपति के, सब दर्प मसल डाले, बजरंग हुए तब से, संसार ने जाना है। बजरंग के चरणो में एक फूल चढ़ाना है॥ जब राम नाम तुमने, पाया ना नगीने में, तुम …
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हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ
शिव नाम से है जगत में उजाला। हरी भक्तो के है, मन में शिवाला॥ हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ, तीनो लोक में तू ही तू। श्रधा सुमन मेरा, मन बेलपत्री, जीवन भी अर्पण कर दूँ॥ जग का स्वामी है तू, अंतरयामी है तू, मेरे जीवन की अनमिट कहानी है तू। तेरी शक्ति अपार, तेरा पावन है द्वार, तेरी पूजा …
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