महाभारत के अनुसार, माण्डव्य नाम के एक ऋषि थे। राजा ने भूलवश उन्हें चोरी का दोषी मानकर सूली पर चढ़ाने की सजा दी। सूली पर कुछ दिनों तक चढ़े रहने के बाद भी जब उनके प्राण नहीं निकले, तो राजा को अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने ऋषि माण्डव्य से क्षमा मांगकर उन्हें छोड़ दिया। तब ऋषि यमराज के …
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asha ram bapu achievments
Life Work Media Publication According to Sant Asaramji ki Jeevan Jhanki, Asaram returned to Ahmedabad on 8 July 1971. On 29 January 1972, he built a hut at Motera, then a village on the banks of the Sabarmati. Although his official biography doesn’t mention it, Asaram also lived in Motera’s Sadashiv Ashram for two years, before setting up his own …
Read More »कन्याकुमारी मन्दिर
कन्याकुमारी मन्दिर तमिलनाडु के कन्याकुमारी शहर में समुद्र तट पर स्थित हिन्दुओं का एक पवित्र तीर्थस्थल है। इसे कुमारी अम्मन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यहां मां भगवती की पूजा एक कुंवारी कन्या के रूप में की जाती है तथा इन्हें पार्वती का अवतार माना जाता है। इस मंदिर से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं लोगों के बीच …
Read More »तू मेरा जीवन आसरा मेरे शहंशाह
तू मेरा जीवन आसरा, मेरे शहंशाह, मेरीआं अखिआ दे तारे मैं ता बस हुंण जी रही हां इक तेरे सहारे फड़ी ए बाहँ दाता देवीं तू छोड़ ना चरणा नाल लाइया ए दाता देवीं विछोड़ ना जदों दा असां तैनू जानिए, रंग मानिया, दुःख मिट गए ने सारे, मैं ता बस हुंण जी रही हां इक तेरे सहारे अठ्ठे पहर …
Read More »गुरुवार हम भी शरणागत हैं स्वीकार करो तो जाने
गुरुवार हम भी शरणागत हैं, स्वीकार करो तो जाने । अब हमे पतित से पावन सरकार करो तो जाने ॥ प्रेमी जन तुमको ध्याते, तुम भक्ति भाव वश आते । हम कुटिल हृदय से कलुषित, उपकार करो तो जाने ॥ गुरुवार हम भी… ज्ञानी तुम में तन्मय हैं, ध्यानी भी तुममे लय है । हम अज्ञानी चंचल चित्त, निस्तार करो …
Read More »राम नाम सुखदाई भजन करो भाई
राम नाम सुखदाई भजन करो भाई ये जीवन दो दिन का ये तन है जंगल की लकड़ी आग लगे जल जाई, भजन करो भाई ये जीवन दो दिन का… ये तन है कागज की पुड़िया हवा चले उड़ जाई, भजन करो भाई ये जीवन दो दिन का… ये तन है माटी का ढेला बूँद पड़े गल जाई, भजन करो भाई …
Read More »भैरव चालीसा
श्री गणपति गुरु गौरी पद प्रेम सहित धरि माथ। चालीसा वंदन करो श्री शिव भैरवनाथ॥ श्री भैरव संकट हरण मंगल करण कृपाल। श्याम वरण विकराल वपु लोचन लाल विशाल॥ जय जय श्री काली के लाला। जयति जयति काशी- कुतवाला॥ जयति बटुक- भैरव भय हारी। जयति काल- भैरव बलकारी॥ जयति नाथ- भैरव विख्याता। जयति सर्व- भैरव सुखदाता॥ भैरव रूप कियो शिव …
Read More »भगवान मानव रूप नहीं ले सकते (God can not take human form)
सिख धर्म का अवतारवाद में विश्वास नहीं है। सिख धर्म इस बात का पुरजोर विरोध करता है कि भगवान अवतार लेते हैं या भगवान के कई रूप होते हैं। सिख धर्म की मान्यता है कि भगवान ना तो जीवन लेते हैं और ना मृत्यु को प्राप्त होते हैं। वह एक ऐसी शक्ति हैं जो इस संसार में सदैव व्याप्त है। …
Read More »मनुष्य जीवन (Human life)
मनुष्य जीवन का लक्ष्य क्या है ?मनुष्य का वर्तमान जीवन बड़ा अनमोल है क्योंकि अब संगमयुग में ही वह सर्वोत्तम पुरुषार्थ करके जन्म-जन्मान्तर के लिए सर्वोत्तम प्रारब्ध बना सकता है और अतुल हीरो-तुल्य कमाई कर सकता है I वह इसी जन्म में सृष्टि का मालिक अथवा जगतजीत बनने का पुरुषार्थ कर सकता है I परन्तु आज मनुष्य को जीवन का लक्ष्य मालूम न होने के …
Read More »मुझे ऐसा बना दो मेरे प्रभु मेरे जीवन में लगे ठोकर न कहीं
मुझे ऐसा बना दो मेरे गुरु, जीवन में लगे ठोकर न कहीं । जाने अंजाने भी मुझसे, नुकसान किसी का हो न कहीं । १) जो तेरा बनकर रहता है, काँटों में फूल सा खिलता है जितने भी कांटें पाँव लगे,पर फूल भी हो कांटें न कहीं । मुझे ऐसा बना दो… २) इक तू ही मेरा ऐसा है, दुःख …
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