कैसे तुम बिन जीए जारही है…2 तेरे मिलने की उमिद लेकर गाम के आसू पीए जराही है… ||आप|| यह जुदाई सहेगी श्याम काब तक …2 बिन दर्शन रहेगी श्याम काब तक…2 दुनिया से होगआय है बेगाने… तेरा नाम लिए जारही है..2… ||आप|| श्याम सुंदर कहा कोगआई हो..2 ओह..एटानी बेदर्ध क्यो होगआई हो..2 आप की बेवफही की . के, लूग थाने …
Read More »