कहानीकार अर्नेस्ट हेमिंग्वे बचपन में बड़े हंसमुख स्वभाव के थे। पढ़ने-लिखने में तेज हेमिंग्वे को ईश्वर ने उन्हें गजब की कल्पना शक्ति दी थी। एक बार की बात है उनके शिक्षक ने बच्चों से कहानी लिखने को कहा। कहानी लिखने के लिए एक महीने का समय दिया। हेमिंग्वे ने सोचा, कहानी लिखने के लिए एक महीने की क्या जरूरत है। …
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