जब बाजे तू दिल में जखम करी रेकान्हा तेरी बंसुरिया जुलम करी रे,,,,,, बजती है जब जब ये यमुना के तट पेलागे हिथोड़ा सा हिरदये के पट पेमेरे सांसो की धडकन ये कम करी रेकान्हा तेरी बंसुरिया जुलम करी रे,,,,, मधुवन में भजति है जब ये मुरलीमदहोश हो जाती भवरे और तितलीये कोयल की दिल को बेदम करी रेकान्हा तेरी …
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