कन्हैया कन्हैया तेरे दर आये हैं,दर पे तेरे झोली फैलाये हैं,,,,, गोकुल में यशुदा का प्यारा बना,अवध में तूँ दशरथ दुलारा बना,वेद ग्रन्थों ने प्रभु तेरे गुण गाये,दर में तेरे झोली फैलाये हैं,,,,,, ब्रज में तूँ बंशी बजैया बना,अवध में तूँ धनुषर धरैया बना,बन के नरसिंह प्रह्लाद अपनाये हैं,दर पे तेरे झोली फैलाये हैं,,,,, धनुष बाण में किसी को दर्शन …
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