पांडव महिषी सती द्रौपदी भगवान श्रीकृष्ण को परम बंधु भाव से पूजती थी । भगवान भी द्रौपदी के साथ असाधारण स्नेह रखते और उसकी प्रत्येक पुकार का तुरंत उत्तर देते थे । भगवान के अंत:पुर में द्रौपदी का और द्रौपदी के महलों में भगवान का जाना – आना अबाध था । जिस प्रकार भगवान का दिव्य प्रेम भी अलौकिक था …
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राधे गोविंद गोपाला मुरली धारा
मुरली धारा, मुरली धारा केशव माधवा मनमोहना मनमोहना (2) राधे गोविंद, बोलो गोविंदा, भाजो गोविंद गोपाला मुरली धारा [To English wish4me] Murali dhara, Murali dhara Keshav Madhava Manmohana Manmohana (2) Radhe Govind, bolo Govinda, bhajo Govind Gopala Murali dhara
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