आया हू प्रभु तेरे द्वार मैं एक नन्हे शिशु के समान (2) करता हू मैं तुज़पार विश्वर (2) मैं एक नन्हे शिशु के समान आया हू प्रभु तेरे द्वार जब चिंता से मान भर जाता तब संकट मे खुदका पता मा के आँचल मे चुप जाता . ही प्यार तब मैं पता मैं एक नन्हे शिशु के समान आया हू …
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