Work In 1952, Baba Hari Dass took a continual vow of silence called mauna (or maunavrata). In a similar tradition of Buddhist meditative method of Vipasana, silence is used “as the process of self-purification by introspection.” In 1964, Bhagavan Das (yogi) met Baba Hari Dass near a temple called Hanuman Girdi, in Nainital, and later wrote: “The sadhu was a …
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Baba Hari Dass Achievment
Achiement In Oct 16, 2013, after physical examination, it was announced by his medical team that Baba Hari Dass “had a dramatic neurological change that has affected his mobility, stamina, and expression”, and “his physicians have conducted all appropriate tests and have not found any treatable cause.” At that time he discontinued his regular activities of teaching classes of Vedanta, …
Read More »मेरी ख्वाइश (My wishes)
वह प्राइमरी स्कूल की टीचर थी | सुबह उसने बच्चो का टेस्ट लिया था और उनकी कॉपिया जाचने के लिए घर ले आई थी | बच्चो की कॉपिया देखते देखते उसके आंसू बहने लगे | उसका पति वही लेटे TV देख रहा था | उसने रोने का कारण पूछा । टीचर बोली , “सुबह मैंने बच्चो को ‘मेरी सबसे बड़ी …
Read More »ज़िन्दगी के पत्थर, कंकड़ और रेत
Philosophy के एक professor ने कुछ चीजों के साथ class में प्रवेश किया. जब class शुरू हुई तो उन्होंने एक बड़ा सा खाली शीशे का जार लिया और उसमे पत्थर के बड़े-बड़े टुकड़े भरने लगे. फिर उन्होंने students से पूछा कि क्या जार भर गया है ? और सभी ने कहा “हाँ”. तब प्रोफ़ेसर ने छोटे-छोटे कंकडों से भरा एक …
Read More »शंकर मेरे कब होंगे दर्शन तेरे
ओ शंकर मेरे कब होंगे दर्शन तेरे | जीवन पथ पर, शाम सवेरे छाए है घनघोर अँधेरे || मै मूरख तू अंतरयामी, मै Servant तू मेरा स्वामी | काहे मुझ से नाता तोडा, मन छोड़ा, मन्दिर भी छोड़ा, कितनी दूर लगाये तूने जा कैलाश पे डेरे || तेरे द्वार पे जोत जगाते, युग बीते तेरे गुण गाते | ना मांगू …
Read More »शिकंजी का स्वाद
एक कालेज स्टूडेंट था जिसका नाम था रवि। वह बहुत चुपचाप सा रहता था। किसी से ज्यादा बात नहीं करता था इसलिए उसका कोई दोस्त भी नहीं था। वह हमेशा कुछ परेशान सा रहता था। पर लोग उस पर ज्यादा ध्यान नहीं देते थे। एक दिन वह क्लास में पढ़ रहा था। उसे गुमसुम बैठे देख कर सर उसके पास आये और क्लास …
Read More »हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ
शिव नाम से है जगत में उजाला। हरी भक्तो के है, मन में शिवाला॥ हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ, तीनो लोक में तू ही तू। श्रधा सुमन मेरा, मन बेलपत्री, जीवन भी अर्पण कर दूँ॥ जग का स्वामी है तू, अंतरयामी है तू, मेरे जीवन की अनमिट कहानी है तू। तेरी शक्ति अपार, तेरा पावन है द्वार, तेरी पूजा …
Read More »किसान की घड़ी(Kisaan kee ghadee)
एक बार एक किसान की घड़ी कहीं खो गयी. वैसे तो घडी कीमती नहीं थी पर किसान उससे भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ था और किसी भी तरह उसे वापस पाना चाहता था. उसने खुद भी घडी खोजने का बहुत प्रयास किया, कभी कमरे में खोजता तो कभी बाड़े तो कभी अनाज के ढेर में ….पर तामाम कोशिशों के बाद भी …
Read More »प्रेममयी श्री कृष्णा
श्रीकृष्णजी का जीवन प्रेम का जीवन है, श्रीकृष्णजी का संगीत प्रेम का संगीत है, श्रीकृष्णजी की शिक्षाएं प्रेमतत्त्वों से परिपूर्ण हैं । गोपाल – कृष्ण ने दरिद्र , सरल और भोले भाले साथियों से मित्रता की और अपने प्रेमबल से उनके मन और आत्मा को ऐसे मोह लिया कि उनकी आत्माएं श्रीकृष्णजी की आत्मा में मिलकर एक हो गयी । …
Read More »आखिरी उम्मीद !
एक बार एक आदमी रेगिस्तान में कहीं भटक गया। उसके पास खाने-पीने की जो थोड़ी-बहुत चीजें थीं वो जल्द ही ख़त्म हो गयीं और पिछले दो दिनों से वो पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहा था। वह मन ही मन जान चुका था कि अगले कुछ घंटों में अगर उसे कहीं से पानी नहीं मिला तो उसकी मौत …
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