ऐसी लगी लगान, मीयर्रा हो गई मगन वो तो गली गली गुण गाने लगी महलों में पाली बन के जोगन चली मीयर्रा रानी दीवानी कहने लगी ||1|| कोई रोके नहीं, कोई टोक नहीं मीयर्रा गोविंद गोपाल गाने लगी बैठी संतों के संग, रंगी मोहन के रंग मीयर्रा प्रेमी प्रीतम को मानने चली ||2|| मीयर्रा गोविंद गोपाल गाने लगी ||3|| वो …
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