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Tag Archives: mahaaraaj

Shibi, The Compassionate King

sibi-chakravarthy

  अच्छे और बुरे लोगों की पहचान बहुत समय पहले की बात है। नदी के तट पर एक गांव बसा था और उसी के नजदीक एक संत का आश्रम था। एक बार संत अपने शिष्यों के साथ नदी में स्नान कर रहे थे, तभी एक राहगीर वहां आया और संत से पूछने लगा, ‘‘महाराज, मैं परदेस से आया हूं और …

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धरती फट रही है !

बहुत समय पहले की बात है किसी जंगल में एक गधा बरगद के पेड़ के नीचे लेट कर आराम कर रहा था .लेटे-लेटे उसके मन में बुरे ख़याल आने लगे , उसने सोचा ,” यदि धरती फट गयी तो मेरा क्या होगा ?” अभी उसने ऐसा सोचा ही था कि उसे एक जोर के धमाके की आवाज़ आयी. वह भयभीत हो उठा …

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मूर्ति पूजन का तात्पर्य

Bhuvankosh Ka Sanshipt varnan

स्वामी विवेकानंद की ख्याति दिन प्रतिदिन फैलती रही । उनका गुणगान सुनकर अलवर राज्य के दीवान महोदय ने उन्हें अपने घर बुलाया । स्वामी जी का सत्संग करके दीवान जी ने अपना महोभाग्य माना । दूसरे दिन दीवान जी ने महाराज से इनके बारे में एक पत्र लिखकर चर्चा की । महाराज उस समय अलवर से दो मील दूरी पर …

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भुवनकोश का संक्षिप्त वर्णन

Bhuvankosh Ka Sanshipt varnan

महाराज युधिष्ठिर ने पूछा – भगवन् ! यह जगत किसमें प्रतिष्ठित है ? कहां से उत्पन्न होता है ? इसका किसमें लय होता है ? इस विश्व का हेतु क्या है ? पृथ्वी पर कितने द्वीप, समुद्र तथा कुलाचल हैं ? पृथ्वी का कितना प्रमाण है ? कितने भुवन हैं ? इन सबका आप वर्णन करें । भगवान श्रीकृष्ण ने …

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श्रीदुर्गासप्तशती के आदिचरित्र का माहात्म्य

durga maa ki jay

ऋषियों ने पूछा – सूतजी महाराज ! अब आप हमलोगों को यह बतलाने की कृपा करें कि किस स्तोत्र के पाठ करने से वेदों के पाठ करने का फल प्राप्त होता है और पाप विनष्ट होते हैं । सूतजी बोले – ऋषियों ! इस विषय में आप एक कथा सुनें । राजा विक्रमादित्य के राज्य में एक ब्राह्मण रहता था …

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उपदेशप्रद कहानी: सत्य की महिमा

Satya Ki Mahima Story

एक सत्यवादी धर्मात्मा राजा थ। उनके नगर में कोई भी साधारण मनुष्य बिक्री करने के लिए बाजार में अन्न, वस्त्र आदि कोई वस्तु लाता और वह वस्तु यदि सायंकाल तक नहीं बिकती तो उसे राजा खरीद लिया करते थे। लोकहित के लिए राजा की यह सत्य प्रतिज्ञा थी। अत: सायंकाल होते ही राजा के सेवक शहर में भ्रमण करते और …

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शिक्षाप्रद कहानियां- जल्दबाजी का फल‬

Dheeraj or Shanti Ka mahtav Story

एक समय की बात है। गरीबी से परेशान एक युवक अपना जीवन समाप्त करने के लिए नदी पर गया, वहां युवक को एक साधु मिल गए उन्होंने उसे ऐसा करने के लिए मना कर दिया। साधु ने युवक की परेशानी का कारण पूछा। युवक ने सारी बात साधु को बता दी। सब कुछ सुनकर साधु ने कहा- मेरे पास एक …

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शिक्षाप्रद कहानियां – धन का मोह

dhan kaa moh

एक  नदी के किनारे एक महात्मा रहते थे। उनके पास दूर-दूर से लोग अपनी समस्याओं का समाधान पाने आते थे। एक बार एक व्यक्ति उनके पास आया और बोला- महाराज! मैं लंबे समय से ईश्वर की भक्ति कर रहा हूं, फिर भी मुझे ईश्वर के दर्शन नहीं होते। कृपया मुझे उनके दर्शन कराइए। महात्मा बोले- तुम्हें इस संसार में कौन …

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जय छत्रपती शिवाजी महाराज की जय!

Chhatrapatee shivaajee mahaaraaj

वियतनाम एक छोटा सा देश जिसने अमेरिका जैसे बड़े व बलशाली देश को झुका दिया। लगभग बीस वर्षों तक चले युद्ध में अमेरिका पराजित हुआ। अमेरिका पर विजय के बाद वियतनाम के राष्ट्रियाध्यक्ष से पत्रकार ने एक सवाल पूछा। जाहिर सी बात है कि सवाल यही होगा आप युद्ध कैसे जीते या अमेरिका को कैसे झुका दिया। पर उस प्रश्न …

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जो विपरीत परिस्थिति मे भी ठंडा रहे..(Which are cool even in adversity ..)

एक राजा का दरबार लगा हुआ था,  क्योंकि सर्दी का दिन था इसलिये राजा का दरवार खुले मे लगा हुआ था. पूरी आम सभा सुबह की धूप मे बैठी थी .. महाराज के सिंहासन के सामने… एक शाही मेज थी… और उस पर कुछ कीमती चीजें रखी थीं. पंडित लोग, मंत्री और दीवान आदि सभी दरबार मे बैठे थे और राजा के …

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