राम कहने से तर जाएगा, पार भव से उत्तर जायेगा । उस गली होगी चर्चा तेरी, जिस गली से गुजर जायेगा । राम कहने से तर जाएगा… बड़ी मुश्किल से नर तन मिला, कल ना जाने किधर जाएगा । राम कहने से तर जाएगा… अपना दामन तो फैला ज़रा, कोई दातार भर जाएगा । राम कहने से तर जाएगा… …
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मूर्ख कछुआ(Moorkh kachhuaa)
बहुत समय पहले की बात है, गाँव के किनारे किसी तालाब में एक कछुआ रहता था। उसी तालाब के किनारे दो बगुलों का जोड़ा भी रहता था। वो अक्सर तालाब में पानी पीने के लिए आते थे और कछुवे के साथ कुछ बाते भी कर लेते थे। कुछ ही दिनों बाद तीनों में अच्छी दोस्ती हो गई। अब तीनों मिलकर …
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