नंदलाला तेरा गोपाला तेरारोज हमको सताए बता क्या करूँवो ना बिलकुल डरे तंग हमको करेरोज माखन चुराए बता क्या करूँ वो मिली राह में रहता है गाँव मेंअपने ग्वालो के संग में है छेड़े हमेंवो तो माने नहीं कुछ भी जाने नहींतोड़ मटकी तुड़ाये बता क्या करूँ एक सोहनी सूरत दूजी मोहिनी मूरतऔर ऊपर से मीठी है बोली बड़ीमैं किसको …
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