सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को मिल जाये तरुवर की छाया, ऐसा ही सुख मेरे मन को मिला है, मैं जब से शरण तेरी आया, मेरे राम | भटका हुआ मेरा मन था, कोई मिल ना रहा था सहारा | लहरों से लगी हुई नाव को जैसे मिल ना रहा हो किनारा | इस लडखडाती हुई नव को …
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देखो फिर नवरात्रि आये
बही भक्ति की गंगा-यमुना, श्रद्धाओं के दीप जलाये। देखो फिर नवरात्रे आये। कोई माँ का भवन बुहारे, कोई तोरणद्वार सँवारे, यज्ञ-हवन में लगे सभी ही, लगा रहे माँ के जयकारे। भोग लगाता कोई माँ को, कोई चुनरी लाल चढ़ाये, देखो फिर नवरात्रे आये। अम्बर कितना चमक रहा है, मातामय हो दमक रहा है, मेघों का पानी भी जैसे, अमृत बनके …
Read More »पालकी में हो के सवार देखो जी साईं नाथ आए हैं
पालकी में हो के सवार देखो जी साईं नाथ आए हैं शिर्डी से हो के तैयार, देखो जी साईं नाथ आए हैं साईं साईं बोल, साईं साईं बोल बाबा ने हाथों से जादू दिखाए, पानी से साईं ने दिए जलाए दीपो का लेके त्यौहार, देखो जी साईं नाथ आए हैं शिर्डी में बाबा ने धूनी रमई द्वारिका माई ने लौ …
Read More »साईं ओम साईं ओम आरती लेकर तिलक लगाओ
साईं ओम ,साईं ओम ,साईं ओम…. आरती लेकर तिलक लगाओ, मेरे साईं को माला पहनाओ दूर से देखा तो पत्थर पड़ा था, वहां पे मेरा साईं खड़ा था शिर्डी के साईं नाथ,सदा जिन्दा रूप दिखलाती है साईं ओम साईं ओम साईं ओम…. अंधों को तूने आँखे दिलाई,आसुं के पानी से ज्योत जलाई तू ही हमारे देवों का देव है हम …
Read More »झील बन जाओ !
एक बार एक नवयुवक किसी जेन मास्टर के पास पहुंचा . “ मास्टर , मैं अपनी ज़िन्दगी से बहुत परेशान हूँ , कृपया इस परेशानी से निकलने का उपाय बताएं !” , युवक बोला . मास्टर बोले , “ पानी के ग्लास में एक मुट्ठी नमक डालो और उसे पीयो .” युवक ने ऐसा ही किया . “ इसका स्वाद कैसा …
Read More »क्यों पीवे तू पानी हंसिनी
क्यों पीवे तू पानी हंसिनी,क्यों पीवे तू पानी, सागर खीर भरा घट भीतर, पीयो सूरत तानी हंसिनी, क्यों पीवे तू पानी । जग को जार धसो नभ अंदर, मंदर परख निशानी हंसिनी, क्यों पीवे तू पानी । गुर मूरत तू धार हिये में, मन के संग क्यों फिरत निमाणी हंसिनी, क्यों पीवे तू पानी । तेरा काज करे गुर पूरे, …
Read More »ततवानी मंदिर, हिमाचल प्रदेश
धर्मशाला से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस मंदिर को गर्म पानी के झरनों का घर माना जाता है. इस मंदिर के बाहर गर्म पानी का एक प्राकृतिक झरना है. ऐसा माना जाता है कि जो भी इस गर्म पानी में नहाता है उसके सारे रोग मिट जाते हैं. wish4me in English dharmashaala se kareeb 25 kilomeetar kee …
Read More »निर्जला एकादशी व्रत
हिंदू धर्म में एकादशी के व्रत को महत्वपूर्ण माना गया है । प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशी तिथियां होती हैं। जब मलमास आता है तब इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है। ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी कहते हैं इस व्रत में पानी पीना वर्जित है इसलिये इसे निर्जला एकादशी कहते हैं। व्रतों में निर्जला एकादशी …
Read More »धीरज और शांति का महत्त्व
एक दिन भगवान बुद्ध कहीं जा रहे थे, उनके साथ उनका एक शिष्य भी था जिसका नाम था आनंद । वे पैदल चलते हुए बहुत दूर निकल गए। ज्यादा चलने के कारण वे थक गए थे इसलिए रास्ते में आराम करने के लिए वे एक पेड़ के नीचे रुक गए। अचानक से भगवान बुद्ध को बहुत जोर की प्यास लगी। …
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