एक दिन एक व्याध भयानक वन में शिकार करते समय पत्थर – पानी – हवा की चोट से अत्यंत दुर्गति में पड़ गया । कुछ दूर आगे बढ़ने पर उसे एक वृक्ष दिखा । उसकी छाया में जाने पर उसे कुछ आराम मिला । तब तब उसे स्त्री – बच्चों की चिंता सताने लगी । इधर सूर्यास्त भी हो गया …
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क्या बनना चाहेंगे आप कैरट्स , एग्स या कॉफ़ी बीन्स (Are you a carrot, an egg or a cofee bean)
कुछ दिनों से उदास रह रही अपनी बेटी को देखकर माँ ने पूछा , ” क्या हुआ बेटा , मैं देख रही हूँ तुम बहुत उदास रहने लगी हो …सब ठीक तो है न ?” ” कुछ भी ठीक नहीं है माँ … ऑफिस में बॉस की फटकार , दोस्तों की बेमतलब की नाराजगी ….पैसो की दिक्कत …मेरा मन बिल्कुल …
Read More »दृष्टिकोण का फ़र्क (difference in attitude of mind)
बहुत समय पहले की बात है ,किसी गाँव में एक किसान रहता था . वह रोज़ भोर में उठकर दूर झरनों से स्वच्छ पानी लेने जाया करता था . इस काम के लिए वह अपने साथ दो बड़े घड़े ले जाता था , जिन्हें वो डंडे में बाँध कर अपने कंधे पर दोनों ओर लटका लेता था . उनमे से …
Read More »अच्छाई से क्यूँ बाज़ आऊं ? (why hawk from goodness)
एक बार हजरत बायेजीद बुस्तामी अपने कुछ दोस्तों के साथ दरिया के किनारे बेठे थे, उनकी नज़र एक बिच्छू पर पड़ी जो पानी में डूब रहा था. हजरत ने उसे डूबने से बचाने के लिए पकड़ा तो उसने डंक मार दिया. कुछ देर बाद वो दोबारा पानी में जा गिरा , इस बार फिर हज़रत उसे बचने के लिए आगे …
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