Breaking News

Tag Archives: praarthana

जहां आदर, सत्कार हो वहीं विराजती हैं लक्ष्मी

lakshme

कहा जाता है कि देवी लक्ष्मी की असुरों पर बड़ी कृपा थी। वे उनके वहां निवास करती थीं एक बार देवी लक्ष्मी स्वर्ग में रहने के लिए आई। तब इंद्र को बड़ा आश्चर्य हुआ। इंद्र ने देवी लक्ष्मी से पूछा- भगवती, आखिर ऐसा कौन सा कारण है कि आप असुरो को छोड़ स्वर्ग में रहने के लिए आई हैं। तब …

Read More »

रख लाज मेरी गणपति

ham sab gaate hain teree vandana

रख लाज मेरी गणपति, अपनी शरण में लीजिए। कर आज मंगल गणपति, अपनी कृपा अब कीजिए॥ सिद्धि विनायक दुःख हरण, संताप हारी सुख करण। करूँ प्रार्थना मैं नित्त प्रति, वरदान मंगल दीजिए॥ तेरी दया, तेरी कृपा, हे नाथ हम मांगे सदा। तेरे ध्यान में खोवे मति, प्रणाम अब मम लीजिए॥ करते प्रथम तव वंदना, तेरा नाम है दुःख भंजना। करना …

Read More »

संकट का सामना करने के लिए साहस जरूरी (Courage needed to face crisis)

Hermitage of a saint

किसी महात्मा की कुटिया में एक चूहा रहता है। बिल्ली उधर से निकलती तो चूहा डर से कांपने लगता। एक दिन महात्मा ने चूहे से उसके भय का कारण पूछा। चूहे ने बिल्ली का भय बताया, साथ ही महात्मा से प्रार्थना की- मुझे बिल्ली बना दीजिए ताकि निर्भय रह सकूं। महात्मा ने वैसा ही किया। चूहा बिल्ली बन गया और …

Read More »

एक बाल्टी दूध

A bucket of milk

एक बार एक राजा के राज्य में महामारी फैल गयी। चारो ओर लोग मरने लगे। राजा ने इसे रोकने के लिये बहुत सारे उपाय करवाये मगर कुछ असर न हुआ और लोग मरते रहे। दुखी राजा ईश्वर से प्रार्थना करने लगा। तभी अचानक आकाशवाणी हुई। आसमान से आवाज़ आयी कि हे राजा तुम्हारी राजधानी के बीचो बीच जो पुराना सूखा …

Read More »

गणेश जी को दूर्वा(दूब) क्यों चढ़ाई जाती है ?

Gaṇaesh jee

पौराणिक मान्यता के अनुसार प्राचीन काल में अनलासुर नाम का एक दैत्य था। इस दैत्य के कोप से स्वर्ग और धरती पर त्राही-त्राही मची हुई थी। अनलासुर ऋषि-मुनियों और आम लोगों को जिंदा निगल जाता था। दैत्य से त्रस्त होकर देवराज इंद्र सहित सभी देवी-देवता और प्रमुख ऋषि-मुनि महादेव से प्रार्थना करने पहुंचे। सभी ने शिवजी से प्रार्थना की कि …

Read More »

नृसिंहावतार

nrsinhaavataar

हिरण्याक्ष के वध से उसका भाई हिरण्यकशिपु बहुत दु:खी हुआ। वह भगवान का घोर विरोधी बन गया। उसने अजेय बनने की भावना से कठोर तप किया। उसे देवता, मनुष्य या पशु आदि से ना मरने का वरदान मिला। वरदान पाकर वह अजेय हो गया। हिरण्यकशिपु का शासन इतना कठोर था कि देव- दानव सभी उसके चरणों की वंदना करते रहते …

Read More »

गोविन्द मेरी यह प्रार्थना है

govind meree yah praarthana hai

श्री राम जय राम जय जय दयालु श्री राम जय राम जय जय कृपालु गोविन्द मेरी यह प्रार्थना है कि भूलूँ कभी न मैं नाम तेरा निश दिन मैं तो तेरे गीत गाऊं श्री राम जय राम जय जय दयालु श्री राम जय राम जय जय दयालु श्री राम जय राम जय जय कृपालु देहान्तकाले तुम सामने हो मुरली बजाते …

Read More »

प्रमात्मा और किसान (God and the farmer)

kissanor

एक बार एक  किसान परमात्मा से बड़ा नाराज हो गया ! कभी बाढ़ आ जाये, कभी सूखा पड़ जाए, कभी धूप बहुत तेज हो जाए तो कभी ओले पड़ जाये! हर बार कुछ ना कुछ कारण से उसकी फसल थोड़ी ख़राब हो जाये! एक  दिन बड़ा तंग आ कर उसने परमात्मा से कहा ,देखिये प्रभु,आप परमात्मा हैं , लेकिन लगता …

Read More »