14 वर्ष के वनवास में श्रीराम प्रमुख रूप से 17 जगह रुके, देखिए यात्रा का नक्शा प्रभु श्रीराम को 14 वर्ष का वनवास हुआ। इस वनवास काल में श्रीराम ने कई ऋषि-मुनियों से शिक्षा और विद्या ग्रहण की, तपस्या की और भारत के आदिवासी, वनवासी और तमाम तरह के भारतीय समाज को संगठित कर उन्हें धर्म के मार्ग पर चलाया। …
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दिले में ना जाने सतगुरु क्या रंग भर दिया है
दिले में ना जाने सतगुरु क्या रंग भर दिया है छोड़ेंगे अब ना दर तेरा इकरार कर लिया है जिस दिन से पी लिया है तेरे नाम का यह प्याला, मुझको खबर नहीं है, मेरा दिल किधर गया है । छोड़ेंगे अब ना दर तेरा… तूने हाथ जिसका थामा, बाँदा बना प्रभु का, हुई नज़र जिस पे तेरी, समझो के …
Read More »सारे तीर्थ धाम आपके चरणो में
सद्गुरु जिन का नाम है, मन के भीतर धाम है ऐसे दीनदयाल को मेरा बार बार प्रणाम है कैसे करूँ मैं वंदना, ना स्वर है ना आवाज आज पृख्शा है मेरी, मेरी लाज राखो गुरु आप कबीरा जब हम पैदा हुए, जग हसे हम रोए ऐसी करनी कर चलो, हम हसे जग रोए तीन लोक नव खंड में, गुरु से …
Read More »मुझे ऐसा बना दो मेरे प्रभु
मुझे ऐसा बना दो मेरे प्रभु मुझे ऐसा बना दो मेरे गुरु, जीवन में लगे ठोकर न कहीं । जाने अंजाने भी मुझसे, नुकसान किसी का हो न कहीं । १) जो तेरा बनकर रहता है, काँटों में फूल सा खिलता है जितने भी कांटें पाँव लगे,पर फूल भी हो कांटें न कहीं । मुझे ऐसा बना दो… २) इक …
Read More »हस के गुजारी जा ताने सहारी जा
हस के गुजारी जा ताने सहारी जा, गुरा जी दा नाम लेके, जिंदगी गुजारी जा | भरेया मेला चार दीना दा,आखिर खाली होना है, सुख में फिर क्यूँ हँसता मूरख,,दुःख में फिर क्यूँ रोना है, हस के गुजारी जा ताने सहारी जा, गुरा जी दा नाम लेके जिंदगी गुजारी जा | सुख में तेरा हर कोई साथी,दुःख में तेरा कोई …
Read More »पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो | वस्तु अमोलिक दी मेरे सतगुरु | कृपा कर अपनायो || जन्म जन्म की पूंजी पाई | जग में सबी खुमायो || खर्च ना खूटे, चोर ना लूटे | दिन दिन बढ़त सवायो || सत की नाव खेवटिया सतगुरु | भवसागर तरवयो || मीरा के प्रभु गिरिधर नगर | हर्ष हर्ष जस गायो …
Read More »भज मन राम चरण सुखदाई
भज मन राम चरण सुखदाई जिहि चरननसे निकसी सुरसरि संकर जटा समाई । जटासंकरी नाम परयो है, त्रिभुवन तारन आई ॥ जिन चरननकी चरनपादुका भरत रह्यो लव लाई । सोइ चरन केवट धोइ लीने तब हरि नाव चलाई ॥ सोइ चरन संत जन सेवत सदा रहत सुखदाई । सोइ चरन गौतमऋषि-नारी परसि परमपद पाई ॥ दंडकबन प्रभु पावन कीन्हो ऋषियन …
Read More »जय रघुनन्दन जय सियाराम
जय रघुनन्दन जय सियाराम जय रघुनन्दन जय सियाराम | हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम ||भ्रात भ्रात को हे परमेश्वर, स्नेह तुन्ही सिखलाते | नर नारी के प्रेम की ज्योति जग मे तुम्ही जलाते | ओ नैया के खेवन हारे, जपूं मै तुमरो नाम || तुम्ही दया के सागर प्रभु जी, तुम्ही पालन हारे | चैन तुम्ही से पाए बेकल मनवा सांझ …
Read More »कलिओं मे राम मेरा किरणों मे राम है
दोहा: पूजा जप ताप मैं नहीं जानू, मै नहीं जानू आरती | राम रतन धन पाकर के मै प्रभु का नाम पुकारती || कलिओं मे राम मेरा, किरणों मे राम है | धरती गगन मे मेरे प्रभु का धाम है || कहाँ नहीं राम है … प्रभु ही की धूप छाया, प्रभु की ही चांदनी | लहरों की वीना मे …
Read More »मेरे लाडले गणेश
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे भोले बाबा जी की आँखों के तारे प्रभु सभा बीच में आ जाना आ जाना मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे तेरी काया कंचन कंचन, किरणों का है जिसमे बसेरा तेरी सूंड सुंडाली मूरत, तेरी आँखों मे खुशियों का डेरा तेरी महिमा अपरम्पार, तुझको पूजे ये संसार प्रभु अमृत रस बरसा जाना – आ जाना मेरे …
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