प्राचीन ग्रंथों के अनुसार गायत्री मंत्र के प्रथम अक्षर में सफलता, दूसरे में पुरुषार्थ, तीसरे में पालन, चौथे में कल्याण, पांचवें में योग, छठे में प्रेम, सातवें में लक्ष्मी, आठवें में तेजस्विता, नवें में सुरक्षा, दसवें में बुद्धि, ग्यारहवें में दमन, बारहवें में निष्ठा, तेरहवें में धारणा, चौदहवें में प्राण, पंद्रहवें में संयम, सोलहवें में तप, सत्रहवें में दूरदर्शिता, अठारहवें …
Read More »Tag Archives: saahas
साहसी की सदा विजय (Courageous always win)
एक बकरी थी। एक उसका मेमना। दोनों जंगल में चर रहे थे। चरते – चरते बकरी को प्यास लगी। मेमने को भी प्यास लगी। बकरी बोली – ‘चलो, पानी पी आएँ।’ मेमने ने भी जोड़ा, ‘हाँ माँ! चलो पानी पी आएँ।’ पानी पीने के लिए बकरी नदी की ओर चल दी। मेमना भी पानी पीने के लिए नदी की ओर …
Read More »