शास्त्रों के अनुसार माना गया है कि महाराजा भगीरथ ने अपने पूर्वजों का उद्धार करने के लिए कठोर तप किया था और धरती के पाप कम करने के लिए मां गंगा को धरती पर लेकर आए थे. मां के जन्म की कथा बहुत ही प्रसिद्ध और पावन है. इसे सुनने से भी मां का आशीर्वाद भक्तों पर बना रहता है. …
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गंगावतार – भगवान शिव के अवतार
पूर्वकाल में अयोध्या में सगर नामक एक परम प्रतापी राजा राज्य करते थे । उनके एक रानी से एक तथा दूसरी से साठ हजार पुत्र उत्पन्न हुए । कुछ काल के बाद महाराज सगर के मन में अश्वमेध – यज्ञ करने की इच्छा हुई । राजा सगरने यज्ञीय अश्व की रक्षा का बार अपने पौत्र अंशुमान को सौंपकर यज्ञ प्रारंभ …
Read More »भागीरथी गंगा
सगर पौत्र अंशुमन के द्वितीय पुत्र दिलीप हुए। दिलीप ने भी गंगावतरण के लिए खूब तप किया। परंतु तपस्या करते-करते वे काल- कवलित हो गए। दिलीप के भगीरथ नाम के पुत्र हुए। जिन्होंने करोड़ों वर्ष तपस्या की और गंगा पृथ्वी पर अवतरित होने को तैयार हो गई। ज्ञान गंगा भी तो कई जन्मों के बाद ही प्राप्त होती है। गंगा …
Read More »सावरा महरीप्रीत निभा जो जी
ओह प्रीत निभा जो मारी प्रीत निभा जो… हे चू मारा गुना रा सागर औगना म्हरूम माटी जज्यो जी लोकना धीजे म्हारो…माना ना पतिजई मुक़ुदा जो शभाढ़ सुनोज्यो जी मेतो दासी जानम जानम की म्हारे अंगना रमता अज्यो जी मीयर्रा के प्रभु गिरिधर नगर बेड़ा पार लगा जोजी [To English wish4me] Oh preet nibha jo mari preet nibha jo… He …
Read More »बहुत प्यार करते है तुमको सनम
कसम चाहे लीलो, भक्तो की कसम हुमारी ग़ज़ल है, तसवार तुम्हारा तुम्हारे बिना अब ना जीना गवारा (ई कॅन’त आक्सेप्ट लाइफ विदाउट योउ नाउ) तुम्हे यूही . हेंज, छाब तक है धाम सागर के बाहों मे, पानी है जीतने हम को भी तुमसे, मोहब्बत हैं उतनी के ये बेकरारी ना अब होंगी कम हमे हर गाड़ी आरज़ू है टुमरी (एवेरी …
Read More »सागर तट पर बैट अकेला रातता तेरा नाम
कब आएगा तू गिरिधारी डेरे हुई घनश्याम सागर तट पर बैट अकेला रे… ||1|| करता पल पल तेरा वंदन युग युग का प्यासा मेरा मान करले अब स्वीकार मुरारी तू ये मेरा प्रणाम ||2|| कब आएगा तू गिरिधारी डेरे हुई घनश्याम सागर तट पर बैट अकेला रे… चारो ओर गिरे अंधियारा नाथ ना अपना एक सहारा सुधि पतवर पकड़ के …
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