भारतीय संस्कृति में संस्कार का साधारण अर्थ किसी दोषयुक्त वस्तु को दोषरहित करना है । अर्थात् जिस प्रक्रिया से वस्तु को दोषरहित किया जाएं उसमें अतिशय का आदान कर देना ही ‘संस्कार’ है । संस्कार मन:शोधन की प्रक्रिया हैं । गौतम धर्मसूत्र के अनुसार संस्कार उसे कहते हैं, जिससे दोष हटते हैं और गुणों की वृद्धि होती है । हमारे …
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तुलसी – एक जीवनदायक पौधा
तुलसी का हिंदू संस्कृति में अत्यधिक धार्मिक महत्त्व है – इस रूप में तुलसी की पूजा की जाती है। तुलसी का हमारे औषधिशास्त्र से भी अत्यंत गहरा संबंध है। लगभग सभी रोगों में अनुपान-भेद और मिश्रण के साथ इसका प्रयोग किया जा सकता है। तुलसी या मकरध्वज आयुर्वेद जगत में प्रत्येक रोग में काम आनेवालौ औषधियों में प्रमुख है, जिसकी …
Read More »माथे पर तिलक लगाने का महत्व
हिंदू धर्म एक ऐसा धर्म है जो पूरी दुनिया में अपने रिवाजों और संस्कृति के लिए जाना जाता है। हमारी संस्कृति में किसी भी पूजा-पाठ, यज्ञ, अनुष्ठान का शुभारंभ श्रीगणेश की पूजा से होता है। उसी प्रकार बिना तिलक धारण किए कोई भी पूजा-प्रार्थना आरंभ नहीं होती। हिन्दू धर्म में माथे पर तिलक लगाना एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जो सदियों …
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