सांवली तेरी सूरत को मोहन, देख मीरा दीवानी हुई हैतुझको पाकर मेरे प्यारे मोहन, रुकमणी भी दीवानी हुई हैसांवली तेरी सूरत…… काल कोठी में जन्मा तू मोहन, रात काली की काली वही हैतेरी किलकारी सुनकर है कान्हा, तेरी मैया भी न्यारी हुई हैसांवली तेरी सूरत ….. तेरी सिर पर मुकुट सज रहा है, तन पे पीताम्बरी जच रहा हैमाथे चंदन …
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