छाई काली घटाएं तो क्या,इसकी छतरी के नीचे हूँ मैं…-2आगे आगे ये चलता मेरे,मेरे मालिक के पीछे हूँ मैंइसने पकड़ा मेरा हाथ है,बोलो डरने की क्या बात हैसाँवरा जब मेरे साथ है….. इसकी महिमा का वर्णन करूँ,मेरी वाणी में वो दम नहींजबसे इसका सहारा मिला,फिर सताए कोई ग़म नहींश्याम करता करामात है,बोलो डरने की क्या बात हैसाँवरा जब मेरे साथ …
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