साप्ताश्या राधा मरुदम प्रचंदम कश्या-पथमजम शेवता पद्मा-धरम देवं ताम सुरयाम प्रॅना-ममयाहाँ . [To English Wish4me] Sapthashya radha marudam Prachandam kashya-pathmajam Shewtha padma-dharam devam Tam surayam prana-mamyaham .
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परशुरामअवतार
प्राचीन काल की बात है। पृथ्वी पर हैहयवंशीय क्षत्रिय राजाओं का अत्याचार बढ़ गया था। चारों ओर हाहाकार मचा हुआ था। गौ, ब्राह्मण और साधु असुरक्षित हो गए थे। ऐसे समय में भगवान स्वयं परशुराम के रुप में जमदग्नि ऋषि की पत्नी रेणुका के गर्भ से अवतरित हुए। उन दिनों हैहयवंश का राजा सहस्त्रबाहु अर्जुन था। वह बहुत ही अत्याचारी …
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