तूँ ही मेरे रसना तू ही मेरे बैना, तूँ ही मेरे स्रवना तूँ ही मेरे नैना ।तूँ ही मेरे आतम कँवल मँझारी, तूँ ही मेरे मनसा तुम्ह परिवारी । तूँ ही मेरे मन हीं तूँ ही मेरे सांसा, तूँ ही मेरे सुरतैं प्राण निवासा । तूँ ही मेरे नख सिख सकल सरीरा, तूँ ही मेरे जिय रे ज्यूं जल नीरा …
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