एक बार हकीम लुकमान से उनके बेटे ने पूछा, अगर मालिक ने फरमाया कि कोई चीज मांग, तो मैं क्या मांगूं? लुकमान ने जवाब दिया, ‘परमार्थ का धन’। बेटे ने फिर कहा, दूसरी चीज मांगनी हो तो? लुकमान ने कहा, हलाल की कौड़ी(पसीने की कमाई) मांगना। बेटे ने फिर पूछा, तीसरी चीज? जवाब मिला, ‘उदारता’। चौथी चीज, ‘शर्म’ पांचवी चीज …
Read More »Tag Archives: shame
हे महादेव मेरी लाज रहे
हे महादेव मेरी लाज रहे | मेरी लाज रहे, तेरा राज रहे || जहर कंठ में, नाग गले में, आग नयन में, फिर भी अमृत तुम्ही लुटाते, इस त्रिभुवन में | आज भगत पर भीड़ पड़ी है, फिर तुम कहाँ विराज रहे || नाथ बता दो इस मन्दिर में, विश्वनाथ हो, आज दिखा दो कोई ना जिसका, उसके साथ हो …
Read More »