भगवान शिव के 108 नाम —- १- ॐ भोलेनाथ नमः २-ॐ कैलाश पति नमः ३-ॐ भूतनाथ नमः ४-ॐ नंदराज नमः ५-ॐ नन्दी की सवारी नमः ६-ॐ ज्योतिलिंग नमः ७-ॐ महाकाल नमः ८-ॐ रुद्रनाथ नमः ९-ॐ भीमशंकर नमः १०-ॐ नटराज नमः ११-ॐ प्रलेयन्कार नमः १२-ॐ चंद्रमोली नमः १३-ॐ डमरूधारी नमः १४-ॐ चंद्रधारी नमः १५-ॐ मलिकार्जुन नमः १६-ॐ भीमेश्वर नमः १७-ॐ विषधारी …
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मंगलवार व्रत की कथा
भगवान शिव के एकादश रुद्रावतारों में से एक हैं हनुमानजी। कलयुग में हनुमान जी उपासना से शीघ्र प्रसन्न होने वाले देव हैं। यदि सच्चे मन से महाबली पवन पुत्र की आराधना की जाए तो वह अपने भक्त का हर मनोरथ पूर्ण कर देते हैं। प्राचीन समय की बात है किसी नगर में एक ब्राह्मण दंपत्ति रहते थे उनके कोई संतान …
Read More »काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग
श्री काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग वाराणसी (Kashi Vishwanath Temple, Varanasi) जनपद के काशी नगर में अवस्थित है। कहते है, काशी तीनों लोकों में न्यारी नगरी है, जो भोले बाबा के त्रिशूल पर विराजती है। इस मंदिर को कई बार बनाया गया। नवीनतम संरचना जो आज यहां दिखाई देती है वह 18वीं शताब्दी में बनी थी। कहा जाता है कि एक बार …
Read More »श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग
श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात प्रान्त के द्वारकापुरी से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है। यह स्थान गोमती द्वारका से बेट द्वारका जाते समय रास्ते में पड़ता है। इसके अतिरिक्त नागेश्वर नाम से दो अन्य शिवलिंगों की भी चर्चा ग्रन्थों में है। मतान्तर से इन लिंगों को भी कुछ लोग ‘नागेश्वर ज्योतिर्लिंग (Nageshvara Jyotirling) कहते हैं। इनमें से एक …
Read More »कैलाश मानसरोवर
कैलाश मानसरोवर को शिव-पार्वती का घर माना जाता है। सदियों से देवता, दानव, योगी, मुनि और सिद्ध महात्मा यहां तपस्या करते आए हैं। प्राचीन ग्रंथों के अनुसार हिमालय जैसा कोई दूसरा पर्वत नहीं है क्योंकि यहां भगवान शिव का निवास है और मानसरोवर भी यहीं स्थित है। हर वर्ष मई-जून महीने में भारत सरकार के सौजन्य से सैकड़ों तीर्थयात्री कैलाश …
Read More »भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग
शिव पुराण के अनुसार भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग (Bhimashankar Jyotirling in Pune) असम प्रान्त के कामरूप जनपद में ब्रह्मरूप पहाड़ी पर स्थित है। इस शिवलिंग को लेकर कई मतभेद हैं। वर्तमान में यह महाराष्ट्र में स्थित है। कहते हैं जो भी मनुष्य प्रतिदिन प्रातः काल उठकर इस ज्योतिर्लिंग से सम्बन्धित श्लोकों का पाठ करता हुआ शिवलिंग का ध्यान करता है, उसके सात …
Read More »त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग
गोदावरी के उद्गम स्थल के समीप (महाराष्ट्र के नासिक में) ही श्री त्र्यम्बकेश्वर शिव अवस्थित हैं। गौतमी तट पर स्थित इस त्र्यम्बक ज्योतिर्लिंग का जो मनुष्य भक्तिभाव पूर्वक दर्शन पूजन करता है, वह समस्त पापों से मुक्त हो जाता है। श्री त्र्यम्बकेश्वर शिव ज्योतिर्लिंग की कथा (Story of Trimbakeshwar Shiva Temple) पुराणों के अनुसार एक बार महर्षि गौतम के तपोवन …
Read More »गणपति गणेश को मेरा प्रणाम है
गणपति गणेश को, उमा पति महेश को मेरा प्रणाम है जी, मेरा प्रणाम है जी अनजानी के पूत को, राम जी के दूत को मेरा प्रणाम है जी, मेरा प्रणाम है जी कृष्ण कन्हैया को, दाऊ जी के भैया को मेरा प्रणाम है जी, मेरा प्रणाम है जी माँ शेरा वाली को, खंडे खप्पर वाली को मेरा प्रणाम है जी, …
Read More »हम सब गातें हैं तेरी वंदना
तर्ज: जहां डाल डाल पर सोने की चिड़िया। हम सब गातें हैं तेरी वदंना, शिव के लाल गणेशा। मेरे अंग संग रहना हमेशा, मेरे अंग संग रहना हमेशा। नमामिः गणपत, नमामिः गजानन, नमामि देवो लम्बोदरा। नमामि: रिद्धी सिद्धी वर दाता, नमामिः गौरी सुत नंदना। हम सब गातें हैं तेरी वदंना, शिव के लाल गणेशा। मेरे अंग संग रहना हमेशा, मेरे …
Read More »मां गंगा का धरती पर जन्म (Birth of maa Ganga on the Earth)
शास्त्रों के अनुसार माना गया है कि महाराजा भगीरथ ने अपने पूर्वजों का उद्धार करने के लिए कठोर तप किया था और धरती के पाप कम करने के लिए मां गंगा को धरती पर लेकर आए थे. मां के जन्म की कथा बहुत ही प्रसिद्ध और पावन है. इसे सुनने से भी मां का आशीर्वाद भक्तों पर बना रहता है. …
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