तुमने आगन नही बुहरा , कैसे आएँगे भगवानचंचल मान को नही संभाला , कैसे आएँगे भगवानतुमने आगन नही बुहरा , कैसे आएँगे भगवानचंचल मान को नही संभाला, कैसे आएँगे भगवानहर कोने कलमत कसे की लगी हुए है ढेरीनही ज्ञान की किरण कही हर कोठारी अंधारीअगन चौबारा अंधियारा,कैसे आएँगे भगवानतुमने आगन नही बुहरा, कैसे आएँगे भगवानहृदय तुम्हारा पिघल ना पाया, जब …
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