कई लोग ये पूछते हैं कि श्रीराम ने धनुष उठा कर स्वयंवर की शर्त तो पूरी कर ही दी थी, फिर उस धनुष को भंग करने की क्या आवश्यकता थी?यदि आप मेरा दृष्टिकोण पूछें तो मैं यही कहूंगा कि उस धनुष की आयु उतनी ही थी। अपना औचित्य (देवी सीता हेतु श्रीराम का चुनाव) पूर्ण करने के उपरांत उस धनुष …
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DoYouKnow
भारत में पहले बैडमिंटन को ‘पूना’ कहा जाता था। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह पूना शहर में प्रसिद्ध खेल था। भारत में पूना, पहला शहर था, जहाँ बैडमिंटन को लेकर नियम बनाए गए थे। ऐसा माना जाता है कि बैडमिंटन की शुरुआत भारत में सबसे पहले हुई थी, क्योंकि इस तरह का एक और खेल – बॉल बैडमिंटन के नाम से …
Read More »भोजन संस्कृति
हमने कभी वेदों का अध्ययन नही किया,हमने कभी गीता पढ़कर उसे अमल में लाने का प्रयास नही किया,हमने योग विद्या को कभी नही अपनाया,हमने आयुर्वेद में कोई अनुसंधान नही किया,हमने संस्कृत भाषा को कोई महत्व नही दिया ऐसी बहुत सी अच्छी और महत्वपूर्ण चीजें है जो हमारे पूर्वज हमारे बुजुर्ग हमे विरासत में दे गए पर हम पाश्चात्य संस्कृति अपनाने …
Read More »पॉजिटिव सोच
आपसे कोई पूछे भारत के सबसे अधिक शिक्षित एवं विद्वान व्यक्ति का नाम बताइए जो-▪️डाक्टर भी रहा हो,▪️वकील भी रहा हो,▪️IPS अधिकारी भी रहा हो,▪️IAS अधिकारी भी रहा हो,▪️कुलपति भी रहा हो,▪️विधायक, मंत्री, सांसद भी रहा हो,▪️चित्रकार, फोटोग्राफर भी रहा हो,▪️मोटिवेशनल स्पीकर भी रहा हो,▪️पत्रकार भी रहा हो,▪️संस्कृत, गणित का विद्वान भी रहा हो,▪️इतिहासकार भी रहा हो,▪️समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र का भी …
Read More »#AlluriSitaRamaRaju
भारत की आज़ादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले वीर क्रांतिकारी अल्लूरी सीताराम राजू का जन्म 4 जुलाई 1897 को हुआ था.उन्होंने देश के स्वतंत्रता आन्दोलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। सन 1882 में मद्रास फारेस्ट एक्ट को मंजूरी दी गयी थी जिसके कारण जंगल में रहने वाले जनजाति के लोगो पर बहुत बड़ा संकट आ गया था। …
Read More »परफॉरमेंस देखनी हो तो ‘शक्ति’ ज़रूर देखें
अमिताभ बच्चन ने कभी एक इंटरव्यू में कहा था कि दिलीप साब की ‘गंगा जमुना’ उन्होंने कम से कम पच्चीस मर्तबे देखी थी. मतलब, वो बहुत बड़े फैन थे दिलीप साब के. इसीलिए एक सुबह जब उन्होंने खुद को ‘शक्ति’ में पाया तो लगा मानों खुदा मिल गया है. इसमें वो दिलीप साब के बेटे थे. दोस्तों और शुभचिंतकों ने …
Read More »बाजीराव पेशवा
जिस व्यक्ति ने अपनी आयु के 20 वे वर्ष में पेशवाई के सूत्र संभाले हो …40 वर्ष तक के कार्यकाल में 42 युद्ध लड़े हो और सभी जीते हो यानि जो सदा “अपराजेय” रहा हो …जिसके एक युद्ध को अमेरिका जैसा राष्ट्र अपने सैनिकों को पाठ्यक्रम के रूप में पढ़ा रहा हो ..ऐसे ‘परमवीर’ को आप क्या कहेंगे …?आप उसे …
Read More »इंकलाब जिंदाबाद ✊✊✊
भगत सिंह की बैरक की साफ-सफाई करने वाले #वाल्मीकि समाज के व्यक्ति का नाम #बोघा था। भगत सिंह उसको बेबे (मां) कहकर बुलाते थे। जब कोई पूछता कि भगत सिंह ये भंगी बोघा तेरी बेबे कैसे हुआ? तब भगत सिंह कहता, मेरा मल-मूत्र या तो मेरी बेबे ने उठाया, या इस भले पुरूष बोघे ने। बोघे में मैं अपनी बेबे …
Read More »बेटे का माँ से हिसाब
बेटा पढ़-लिख कर बहुत बड़ा आदमी बन गया | पिता के स्वर्गवास के बाद माँ ने हर तरह का काम करके उसे इस काबिल बना दिया था | शादी के बाद पत्नी को माँ से शिकायत रहने लगी के वो उन के स्टेटस मे फिट नहीं है
Read More »सरखेल कान्होजी आंग्रे : मराठा नौदल प्रमुख
मराठा साम्राज्य में सरखेल कान्होजी आंग्रे ‘मराठा नौसेना’ के प्रमुख थे । कान्होजी आंग्रे लगभग 25 वर्षों तक भारत के कोंकण का सागरी तट को स्वराज्य में सुरक्षित रखने में सफल हुए थे । सागर के सम्राट कान्होजी आंग्रे को नौसेनाधिपति (सरखेल) आंग्रे भी कहा जाता है । 18 वीं शताब्दी में वह मराठा साम्राज्य की नौसेना के सेनापति थे …
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