टेढ़ो टेढ़ो देखे रे,साँविरया म्हारी ओर जी,कालजो निकाल सी के,प्यारा चित्त चोर जी। साँवली सूरत थारी,प्यारी मनमोहनी,घुँघराली बाल थारा,थारी लट घुँघराली,मीठी सी मुस्कान थारी,लेवे मन मोह जी,कालजो निकाल सी के,प्यारा चित्त चोर जी। कानां माहीं कुण्डल,अधरों पे बाँस रे,मीठी मीठी तान से,बजावो यो बांसुरी,जादूगर साँवरो यो,मनडे रे ने खींचे जी,कालजो निकाल सी के,प्यारा चित्त चोर जी। टेढ़ी मेढ़ी चाल चाले,मुड़ …
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