गौतम बुद्ध एक बार अपने अनुयायियों को प्रवचन दे रहे थे तब उन्होंने विराट नगर के राजा सुकीर्ति की कथा सुनाई। वह कहते हैं कि राजा सुकीर्ति के पास लौहशांग नामक एक हाथी था, जिसके जरिए राजा ने कई युद्धों में विजय पाई थी। युद्ध कला में प्रवीण लौहशांग जब हुंकार भरता हुआ शत्रु-सेनाओं में घुसता, तो विपक्षियों के पांव …
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कबीरवाणीः प्रभु नाम का स्मरण के लिए समय नहीं, भाव चाहिए
एक बार संत कबीर से किसे ने पूछा, आप दिनभर कपड़ा बुनते हैं तो भगवान का स्मरण कब करते हैं? कबीर उसे लेकर झोपड़ी से बाहर आ गए और कहा कि यहां खड़े रहो। तुम्हारे सवाल का जबाव शायद में न दे सकूं, लेकिन उसे दिखा सकता हूं। कबीर ने दिखाया कि एक औरत पानी की गागर सिर पर रखकर …
Read More »गुरु बिन कौन सम्हारे
गुरु बिन कौन सम्हारे । को भव सागर पार उतारे ॥ टूटी फूटी नाव हमारी पहुँच न पाई तट पर । जैसे कोई प्यासा राही । भटक गया पनघट पर । पास खड़ा गुरु मुस्काता है । दोनों बाँह पसारे। वो भवसागर पार उतारे । गुरु बिन … मेरे राम मुझे शक्ति दो । मन में मेरे दृढ़ भक्ति दो …
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