सुध बुध मैंने गवाई ओ मोहनतुझ संग प्रीत लगाई ओ मोहन,मोहन मोहन मेरे प्यारे मोहनहरे कृष्णा कृष्णा बोलो हरे हरे तुम संग रिश्ता जोड़ा कन्हाईजग से रिश्ता तोडा कन्हाईभोर बई निंदिया नैन से काहे प्रेम की ज्योत जलाईमोहन मोहन मेरे प्यारे मोहन दर्शन को प्यासी यो मोरी अखियाँहस्ती है मुझपर ये मोरी सखियाँमैं क्या बोलू तुम से कान्हा सही न …
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