एक सज्जन स्वामी रामकृष्ण परमहंस के पास सत्संग के लिए पहुँचे। बातचीत के दौरान उन्होंने प्रश्न किया, ‘महाराज, मुक्ति कब होगी?’ परमहंसजी ने कहा, ‘जब ‘मैं’ चला जाएगा, तब स्वतः मुक्ति की अनुभूति करने लगोगे। स्वामीजी ने बताया, ‘मैं दो तरह का होता है-एक पक्का मैं और दूसरा कच्चा मैं। जो कुछ मैं देखता, सुनता या महसूस करता हूँ, उसमें …
Read More »Tag Archives: upaay
झील बन जाओ !
एक बार एक नवयुवक किसी जेन मास्टर के पास पहुंचा . “ मास्टर , मैं अपनी ज़िन्दगी से बहुत परेशान हूँ , कृपया इस परेशानी से निकलने का उपाय बताएं !” , युवक बोला . मास्टर बोले , “ पानी के ग्लास में एक मुट्ठी नमक डालो और उसे पीयो .” युवक ने ऐसा ही किया . “ इसका स्वाद कैसा …
Read More »