मेरी भारी खाहा छुपी दर्शन डीजो शरण मे लीजो हम बलि हरी कहा छुपीए आनकामी चोली हमे ना भावे ..2 जाग माया के चाल बिजाये रास रचाकर भांसी भाजकर..2 ढेनु चरकार प्रीत जगाकर ..2 नटवर नगर नतूर चलिया…2 लीला न्यारी खाहा छुपीए सर्वा व्यापक तुम अविनाशी..2 जल कल गगन रवि घाट वासी..2 योगा सुनकर रात को चलकर..2 कहा कोगआई हुमको …
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ओम जाई ओम जाई जाई जाई ओम
ओम जाई ओम जाई जाई जाई ओम ओम जाई ओम जाई जाई जाई ओम ओम भुवा ओम भुवा ओम स्वाहा ओम भुवा ओम भुवा ओम स्वाहा ओम हरी हर विधि ओम ओम जाई ओम जाई जाई जाई ओम ओम जाई ओम जाई जाई जाई ओम ओम जाई ओम जाई जाई जाई ओम ओम जाई ओम जाई जाई जाई ओम ओम …
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