वो काला एक बांसुरी वाला,वो काला एक बांसुरी वाला,सुध बिसरा गया मोरी रे,सुध बिसरा गया मोरी,माखन चोर नंदकिशोर वो,कर गया रे, कर गया मन की चोरी रे,सुध बिसरा गया मोरी रे,वो काला एक बांसुरी वाला…….. पनघट पे मोरी, बैंया मरोड़ी,मैं बोली तो मेरी मटकी फोड़ी……-iiपइयाँ पडूँ करू विनती मैं पर,माने ना एक मोरी रे,सुध बिसरा गया मोरीवो काला एक बांसुरी …
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