जय माँ, जय जय माँ जय माँ, जय जय माँ कौन कहता है माँ की ज्योत नहीं बोलती, श्रद्धा से इसको बुलाने वाला चाहिए, ज्योत से ज्योत को मिलाने वाला चाहिए । भावना से इसको पुकार तो देखिए, अँखिओं के शीशे में उतार कर तो देखिए । सच्च की आवाज में आवाज यह मिलायेगी, सोया जो तूं नींद में, है …
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मेंढक का रखवाला
एक राजा अपनी वीरता और सुशासन के लिए प्रसिद्द था। एक बार वो अपने गुरु के साथ भ्रमण कर रहा था, राज्य की समृद्धि और खुशहाली देखकर उसके भीतर घमंड के भाव आने लगे , और वो मन ही मन सोचने लगे , ” सचमुच, मैं एक महान राजा हूँ , मैं कितने अच्छे से अपने प्रजा देखभाल करता हूँ !” …
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