ओ कान्हा तेरी बांसुरी नीद चुराएनींद चुराके मुझे अपना बनाए,कान्हा तेरी बाँसुरी नींद चुराए,नींद चुराके मुझे अपना बनाए,,,,, चुप चुप रोऊँ कान्हा दुनिया से चोरी,टूट ना जाए मेरी प्रीत की डोरी,नैना भर भर आए,ओ तेरी याद सताए रे,कान्हा तेरी बाँसुरी नींद चुराए,नींद चुराके मुझे अपना बनाए,,,,,, प्रीत लगाके कान्हा बड़ा दुख पाया,एक पल भी मोहे चैन ना आया,जिया मोरा घबराए,एक …
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