राजा कृष्ण देव राय बहुत ही कीमती आभूषण पहना करते थे, लेकिन उनके सभी आभूषणों में से सबसे प्रिय थी उनकी कीमती रत्न जड़ित अंगूठी। वो हर वक्त अपने अंगूठी को देखा करते थे। इतना ही नहीं वो दरबार में भी सभी को वो अंगूठी दिखाया करते थे, लेकिन एक दिन महाराज अपने दरबार में काफी उदास बैठे थे। उन …
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तेनालीराम की कहानी: रिश्वत का खेल!!
विजयनगर के राजा कृष्णदेव राय के दरबार में कलाकारों का बड़ा सम्मान था। उनके दरबार में संगीतकारों, गीतकारों, कवियों और नर्तकों का तांता लगा रहता था। वो सभी दरबार में अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन करते थे और इसके बदले उन्हें पुरस्कार दिया जाता था। महाराज किसी भी कलाकार को कोई भी पुरस्कार या धन राशि देने से पहले तेनालीराम से …
Read More »तेनालीराम की कहानी: बाबापुर की रामलीला!!
तेनालीराम हमेशा अपनी बुद्धिमता से सबका मन जीतने के लिए जाने जाते थे। आए दिन राज्य पर आई किसी न किसी समस्या को सुलझाने के लिए वे अपना दिमाग लगाया करते थे। इसी तरह जब एक बार दशहरा पर नाटक मंडली विजयनगर नहीं पहुंच पाई, तो तेनाली ने क्या किया, आइए जानते हैं। काशी की एक नाटक मंडली हमेशा दशहरे …
Read More »तेनालीराम की कहानी: हीरों का सच!!
राजा कृष्णदेवराय के दरबार में तेनालीराम नाम के मंत्री थे, जो बड़े ही कुशल और समझदार थे। एक बार महाराज के सामने ऐसा मामला आया कि उनके लिए न्याय करना मुश्किल हो गया। ऐसे में तेनाली राम ने सूझबूझ से काम लिया और राजा की उलझन सुलझाई। हुआ यूं कि एक दिन नामदेव नाम का एक व्यक्ति राजमहल में आया …
Read More »तेनाली रामा की कहानियां: अपमान का बदला!!
राजा कृष्णदेव राय दूर-दूर तक मशहूर थे। तेनालीराम ने भी राजा कृष्णदेव राय के चर्चे खूब सुने थे। तेनाली ने सुना था कि राजा चतुर और बुद्धिमानों का सम्मान करते हैं। इसलिए, उसने सोचा कि क्यों न राज दरबार में जाकर हाथ आजमाया जाए। लेकिन, इसमें एक अड़चन थी कि बिना किसी बड़ी मदद के वो वहां तक पहुंच नहीं …
Read More »तेनालीराम और मटके की कहानी!!
एक बार की बात है, किसी कारण से महाराज कृष्णदेव राय तेनालीराम से नाराज हो गए थे। वे उनसे इतना नाराज हो गए थे कि उन्होंने कहा, “पंडित तेनालीरामा, अब आप हमें अपनी शक्ल नहीं दिखाएंगे और अगर आपने हमारे आदेश का पालन नहीं किया, तो हम आपको कोड़े मारने का आदेश देंगे।” महाराज की यह बात सुनकर तेनालीराम वहां …
Read More »तेनालीराम की कहानी: दूध न पीने वाली बिल्ली!!
दक्षिण भारत के विजयनगर में राजा कृष्णदेव राय का राज था। एक बार विजयनगर में चूहों ने बहुत तबाही मचाई, जिससे पूरी प्रजा परेशान थी, क्योंकि चूहे आए दिन किसी के कपड़े कुतर जाते, तो किसी की फसल और अनाज को नुकसान पहुंचाते। इससे परेशान होकर एक दिन पूरी प्रजा राजा कृष्णदेव राय के दरबार में पहुंची और उनकी समस्या …
Read More »तेनालीराम और लाल मोर की कहानी!!
विजयनगर राज्य के राजा थे कृष्णदेव राय, जिन्हें पशु-पक्षियों के साथ-साथ अद्भुत और अनोखी चीजों का भी बहुत शौक था। यही कारण था कि मंत्रियों से लेकर दरबारी, हमेशा अनोखी चीजों की खोज में लगे रहते थे। वे उन अनोखी चीजों को देकर न सिर्फ महाराज को खुश करना चाहते थे, बल्कि उनसे उपहार और पैसे ऐंठना भी उनका मकसद …
Read More »तेनालीराम की कहानी: रंग-बिरंगे नाखून!!
एक बार की बात है, राजा कृष्णदेव राय के दरबार में एक बहेलिया आया। बहेलिये को देख राजा काफी खुश हुए, क्योंकि राजा को पशु-पक्षी बहुत प्यारे थे और बहेलिया एक रंग-बिरंगा सुंदर पक्षी दरबार में लेकर आया था। दरबार में आकर बहेलिया बोला, ‘महाराज, मैं कल ही इस खूबसूरत और विचित्र पक्षी से जंगल से पकड़कर लाया हूं। यह …
Read More »तेनालीराम की कहानी: तेनाली रामा और स्वर्ग की खोज!!
बहुत समय पहले की बात है। विजयनगर नाम का राज्य था। वहां के राजा थे कृष्णदेव राय। वह हमेशा अपनी प्रजा और राज्य के सुख व शांति के लिए काम करते रहते थे। उनके राज्य में तेनालीराम नाम का एक कवि भी था, जो बेहद ही चतुर और बुद्धिमान था। इसी कारण राजा बिना उसकी सलाह के कोई भी काम …
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