Breaking News

थाम कर हाथ ये अब छुड़ाना नहीं


थाम कर हाथ ये अब छुड़ाना नहीं
साँवरे टूट कर हम बिखर जायेंगे
एक तूझे छोड़ दूजा ठिकाना नहीं
छोड़ चौखट तेरी हम किधर जाएंगे
थाम कर हाथ ये।

ग़म की लहरों की, तेज रफ्तार है
नाव जीवन की, मेरी,मझधार है
बन के माझी मेरे साथ रहना सदा
नाँव बिन माझी के पार होती कहीं
तेरे होते किनारे, उतर जाएंगे
थाम कर हाथ ये।

थक गया था मै अपनों से हारकर
रिश्ते नातों को अपने सम्भाल कर
अपने स्वार्थ से है सबको मतलब यहाँ
सुख के साथी सभी दुख में पूछे नहीं
मिल ही जायेंगे वो हम जिधर जाएंगे
थाम कर हाथ ये।

जब से तुझपे किया, ऐतबार है
दिल में कुंदन खुशी बेशुमार है
श्याम तेरी शरण मुझको जन्नत मिली
मुझपे तेरी मेहरबानियाँ जो रही
सच कहूँ साँवरे हम संवर जाएंगे
थाम कर हाथ ये||

Check Also

vatt-tree

वट वृक्ष की धार्मिक विशेषताएं

हिंदू धर्म में वट वृक्ष को एक पवित्र और पूजनीय पेड़ माना जाता है, जिसे शक्ति, दीर्घायु, और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस पेड़ में....