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गले में होने वाला कष्टदायक रोग

टॉन्सिलाइटिस

गले में टॉन्सिल की समस्या लोगों में आम देखने को मिलती है। इस बीमारी में गले के अंदर दोनों तरफ मांस में गांठ बन जाती है। इसके कारण गले में सूजन, तेज दर्द और बोलने में परेशानी हो जाती है। इसके अलावा इससे खाने का स्वाद भी नहीं पता चलता। इंफेक्शन, बैक्टीरिया, गलत खान-पान या मौसम के बदलाव के कारण होने वाली इस समस्या को कारण आपको कब्ज की समस्या भी हो सकती है। कुछ लोग इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए दवाइयों का सेवन करते है लेकिन कुछ घरेलू तरीके अपनाकर आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आइए जानते है गले में टॉन्सिल की समस्या को दूर करने के कुछ घरेलू उपाय।

गले में टॉन्सिल की समस्या के घरेलू उपाय

टॉन्सिल के कारण

आयोडीन की कमी

मौसम में बदलाव

ठंडी चीजें खाने पर

गलत खान-पान

इंफेक्शन या बैक्टीरिया के कारण

धूल-मिट्टी के कारण

खट्टी-मीठी चीजों का सेवन

टॉन्सिल के लक्षण

शरीर का उच्च ताप

सूखा बलगम

बुखार के साथ कंपकंपी

सांसों में बदबू

टॉन्सिल के उपाय

अंदर से गला लाल होना दर्द होना

आवाज का भारीपन

खान-पीन या निगलने में परेशानी

टॉन्सिल के घरेलू उपचार

* काली मिर्च से टॉन्सिल के घरेलू उपचार

इस समस्या को दूर करने के लिए काली मिर्च और तुलसी के पत्तों को उबाल कर गाढ़ा काढ़ा बना लें। रात को सोने से पहले इसे दूध में डालकर पीएं।

शहद और दालचीनी से टॉन्सिल के घरेलू उपचार

एंटीबैक्टीरियल गुणों सो भरपूर दालचीनी पाउडर और शहद को मिलाकर दिन में 3 बार सेवन करें। उससे गले में टॉन्सिल की समस्या दूर हो जाएगी।

हल्दी से टॉन्सिल के घरेलू उपचार

हल्दी, काला नमक और काली मिर्च में पानी डालकर उबाल लें। इसके बाद इस पानी से दिन में 2 बार गरारे करें। इससे आपकी समस्या कुछ दिनों में ही दूर हो जाएगी।

हर्बल चाय से टॉन्सिल के घरेलू उपचार

ग्रीन टी में लौंग, इलायची और दालचीनी मिलाकर पीने से गले में जमे बैक्टीरिया और कीटाणु धीरे-धीरे मर जाते हैं, जिससे यह समस्या दूर हो जाती है। आप चाहें तो इसकी जगहें अदरक और शहद की चाय बनाकर भी पी सकते है।

दूध से टॉन्सिल के घरेलू उपचार

दूध में 1/2 टीस्पून हल्दी डालकर उबाल लें। इसके बाद इसमें मिश्री या शक्कर मिलाकर रात को सोने से पीएं। इसका सेवन करने से आपकी यह समस्या 2-3 दिन में दूर हो जाएगी।

सिंघाड़ा से टॉन्सिल के घरेलू उपचार

शरीर में आयरन की कमी से होने वाली टॉन्सिल की समस्या होने पर सिंघाड़े का सेवन करें। इससे यह समस्या दूर भी हो जाएगी और शरीर में आयरन की कमी भी पूरी हो जाएगी।

*इन चीजों से करें परहेज*

टॉन्सिल की समस्या होने पर आपको खट्टी-मीठी, तीखी और ठंडी चीजों का सेवन बंद कर देना चाहिए। इससे आपकी यह समस्या और भी बढ़ सकती है। इसके अलावा भोजन में अधिक तेल मसाले का प्रयोग न करें। ऐसे फलों और आहार से परहेज करें जिनकी तासीर ठंडी होती है जैसी कि अनानास, खुबानी, केला, संतरा, आड़ू, खरबूजा, पपीता और सेब। भोजन करने के बाद हमेशा 2-3 तुलसी की पत्तियों को साफ करके चबाएं।।

टॉन्सिल का इन्फेक्शन क्या है?
टॉन्सिल एक तरह का इंफेक्शन है, जो गलत खानपान या साफ सफाई में कमी होने के चलते हो सकता है। इस बीमारी में गले में दर्द या खराश महसूस होती है। इसे सामान्य सर्दी-खांसी या जुकाम मानकर नजरअंदाज करने के बजाए तत्काल डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए

क्या केला टॉन्सिलाइटिस बढ़ाता है?
केला- केला, एक नरम फल है और हमेशा हमारे घर/बाजार में उपलब्ध होता है, टॉन्सिलिटिस के लिए एक अच्छा रात्रिभोजन है । यह आपको अच्छी मात्रा में पोषक तत्व और खनिज, ऊर्जा प्रदान करता है और निगलने में आसान है। आप बच्चों को भरा हुआ और ऊर्जावान बनाए रखने के लिए घर पर बनी केले की आइसक्रीम और स्मूदी भी बना सकते हैं।

4 घंटे में टॉन्सिलाइटिस का इलाज कैसे करें?
अगर आप 4 घंटे के भीतर टॉन्सिलाइटिस का हमेशा के लिए इलाज करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको टॉन्सिलेक्टमी की प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा। टॉन्सिलेक्टमी में टॉन्सिल्स को गले से अलग कर देते हैं और आपको टॉन्सिलाइटिस के दोबारा होने का भी टेंशन नहीं होता है।

गले में टॉन्सिल के क्या क्या लक्षण होते हैं?
टॉन्सिलाइटिस के क्या लक्षण होते हैं?
टॉन्सिल में सूजन और लालिमा।
टॉन्सिल पर सफेद या पीले रंग के धब्बे दिखना।
गला खराब होना।
निगलने में कठिनाई या दर्द।
बुखार और सिरदर्द।
सांसों की बदबू
पेट दर्द

टॉन्सिल को जड़ से खत्म कैसे करें?
टॉन्सिल की दिक्कत से निजात पाने के लिए आप नमक के गरारे यानी गार्गल कर सकते हैं. इसके लिए आप एक गिलास पानी को गुनगुना कर लें. इसके बाद इस पानी में एक चम्मच नमक मिलाकर इससे गार्गल करें. अगर आप दिन में दो-तीन बार नमक के पानी से गरारे करते हैं, तो आपको कुछ ही दिनों में टॉन्सिल के दर्द और सूजन से आराम मिल जायेगा

टॉन्सिलाइटिस में क्या नहीं खाना चाहिए?
यदि आपको टॉन्सिलाइटिस है तो तले हुए भोजन से बचना चाहिए। क्योंकि ये खाद्य पदार्थ टॉन्सिल में जलन पैदा कर सकते हैं। जंक फूड अक्सर तला हुआ या सूखा होता है, अगर आपको टॉन्सिलाइटिस है तो इन दोनों से बचना चाहिए। आपको इनसे भी बचना चाहिए क्योंकि ये गले के लिए बहुत कठोर हो सकते हैं।

टॉन्सिल इन्फेक्शन कितने दिन तक रहता है?
कैसे होता है टॉन्सिल्स
बैक्टीरियल इन्फेक्शन से हुए टॉन्सिल को दवाई के सेवन से ठीक किया जा सकता है। आम तौर पर ये एक हफ्ते में ठीक हो जाता है।

टॉन्सिल के लिए कौन सी गोली सबसे अच्छी है?
टॉन्सिलाइटिस के लिए सबसे अच्छी दवा कौन सी है? समूह ए स्ट्रेप्टोकोकस के कारण होने वाले टॉन्सिलिटिस के लिए सबसे लगातार एंटीबायोटिक उपचार पेनिसिलिन है, जो दस दिनों के लिए मुंह से दिया जाता है।

मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरा टॉन्सिलिटिस वायरल है या बैक्टीरियल?
यदि आपको टॉन्सिलाइटिस है जो किसी वायरल संक्रमण, जैसे सामान्य सर्दी या फ्लू के कारण होता है, तो आपके लक्षण हल्के हो सकते हैं। यदि आपका टॉन्सिलिटिस स्ट्रेप्टोकोकल संक्रमण जैसे जीवाणु संक्रमण के कारण होता है, तो आपके लक्षण आमतौर पर अधिक गंभीर होंगे और आपकी सांसों से दुर्गंध भी आ सकती है।

टॉन्सिलाइटिस कितने प्रकार के होते हैं?
एक्यूट टॉन्सिलाइटिस अचानक से होता है और यह लंबे समय तक नहीं रहता। क्रोनिक टॉन्सिलाइटिस Chronic tonsillitis :- अगर किसी व्यक्ति को बार-बार टॉन्सिल्स हो रहा है तो उसे क्रोनिक टॉन्सिलाइटिस की श्रेणी में रखा जाता है। कभी-कभी एक्यूट टॉन्सिलाइटिस के बार-बार होने के परिणामस्वरूप क्रोनिक टॉन्सिलाइटिस होता है।

मुझे हमेशा टॉन्सिलाइटिस क्यों होता है?
2018 के शोध से पता चलता है कि टॉन्सिल की परतों में बायोफिल्म के कारण पुरानी और आवर्ती टॉन्सिलिटिस हो सकती है। बायोफिल्म्स सूक्ष्मजीवों का समुदाय है जिन्होंने एंटीबायोटिक प्रतिरोध विकसित किया है, और वे बार-बार संक्रमण का कारण बन सकते हैं। बार-बार होने वाले टॉन्सिलाइटिस का कारण आनुवांशिकी भी हो सकता है।

क्या बड़े टॉन्सिल होना बुरा है?
बढ़े हुए एडेनोइड्स या टॉन्सिल कई बच्चों में कोई समस्या पैदा नहीं करते हैं । सभी बच्चों में से लगभग 7% बच्चे हर समय खर्राटे लेते हैं, और लगभग 2% को रात में सांस लेने में रुकावट और ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया की समस्या होती है। ये समस्याएं अक्सर बच्चों में बढ़े हुए टॉन्सिल या एडेनोइड के कारण होती हैं, खासकर 3 से 6 साल की उम्र के बीच।

गले में इन्फेक्शन होने पर मुझे क्या खाना चाहिए?
गर्म खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ भी आपके गले को आराम देने में मदद कर सकते हैं। कुछ खाद्य पदार्थ जिन्हें आप खाना चाह सकते हैं वे हैं: गर्म, पका हुआ पास्ता, जिसमें मैकरोनी और पनीर शामिल हैं । गर्म दलिया, पका हुआ अनाज, या जई का आटा।

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