बहुत समय पहले की बात है, दो चूहे भाई थे। एक भाई शहर में रहता था और दूसरा गाँव में। एक दिन शहर वाला चूहा गाँव वाले भाई से मिलने गया। गाँव वाले चूहे ने अपने भाई को जलपान के रूप में कुछ अन्न के दाने खाने के लिए परोसा।
शहर वाले चूहे की नाक चढ़ गई। उसे मोटा अन्न खाने की आदत जो नहीं थी। शहर वाले चूहे ने शहर की बड़ी तारीफ करी और अपने भाई को शहर आने के लिए आमंत्रित किया।
वह राजी हो गया और दोनों चूहे शहर आ गए। शहरी चूहा एक बड़े से मकान के गैराज में रहता था। वहाँ की तड़क-भड़क गाँव वाले चूहे को आकर्षित कर रही थी।
दोनों भोजन करने खाने वाले हॉल में पहुँचे। वहाँ नाश्ते से बचा हुआ ढेर सारा भोजन पड़ा था। दोनों केक खाने लगे।
अचानक उन्हें गुर्राहट सुनाई दी। दरवाजा खुला और मालिक के दो बड़े कुत्ते भीतर आए। शहरी चूहा अपने भाई को लेकर भागा और छिप गया। गाँव वाला चूहा सारी स्थिति समझ गया और वापस अपनी शांतिपूर्ण जिंदगी जीने गाँव चला गया।
शिक्षा : जीवन में सुरक्षा और शांति सर्वोपरि है।