नंद के लाला यशोदा के प्यारे
राधा के प्रियतम ओह मोहन प्यारे….-2
वन में थे तुम तो गउए चराते
ग्वालिनों से थे माखन चुराते -2
गोवर्धन को नक पे थे धारे।
राधा के प्रियतम ओह मोहन प्यारे।
नंद के लाला यशोदा के प्यारे……
कुंझ गलियां में थे रास रचाते
राधिका जी को तुम थे रिझाते -2
बंसी बजा के जमुना किनारे।
राधा के प्रियतम ओह मोहन प्यारे।
नंद के लाला यशोदा के प्यारे……
कुक्जा की और ब्रज की भी सुनली
द्रौपदी मीरा और अर्जुन की सुनली -2
बक्शी की सुनलो हरपल पुकारे।
राधा के प्रियतम ओह मोहन प्यारे।
नंद के लाला यशोदा के प्यारे……