सूरज को उगने ना दूंगा लक्ष्मण को मरने ना दूंगा ये वादा तेरे हनुमान का-२ सूरज के पास जाके पहले समझाऊंगा मान जाए ठीक नहीं तो मुख में दबाऊंगा छा जाए घोर अँधेरा फिर होगा नहीं सवेरा ये वादा तेरे हनुमान काल का भी काल हूँ मैं नाम से डरेगा बाँध लूँगा मौत फिर कोई ना मरेगा मेरे रामजी उदास …
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कब आए कब जाए
दुख है ढलते सूरज जैसा शाम ढले ढाल जाए दुख सुख दोनो कुच्छ पल के कब आए कब जाए दुख है ढलते सूरज जैसा शाम ढले ढाल जाए ओ शाम ढले ढाल जाए दुख तो हर प्राणी को होवय राम ने भी दुख झेला धैर्या प्रेम से वन मे रहे प्रभु चौदह बर्ष की बेला दुख तो हर प्राणी को …
Read More »चंदा चमके आसमान में
चंदा चमके आसमान में , बरखा बरसे आसमान से , बिजली चमके आसमान में , सूरज दमके आसमान से , बोलो बोलो, बनाने वाला कौन है ? बोलो बोलो, चलाने वाला कौन है ? बोलो बोलो, बनाने वाला कौन है ? बोलो बोलो, चलाने वाला कौन है ? धरती झूमे नदिया गाये सागर ताल देवे कोयल कूके मैना गाये मोर …
Read More »नारायण जिनके हिरदय में
नारायण जिनके हिरदय में सो कछु करम करे न करे रे .. नाव मिली जिनको जल अंदर बाहु से नीर तरे न तरे रे . पारस मणि जिनके घर माहीं सो धन संचि धरे न धरे . सूरज को परकाश भयो जब दीपक जोत जरे न जरे रे .. ब्रह्मानंद जाहि घट अंतर काशी में जाये मरे न मरे रे …
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