दो भाई थे । अचानक एक दिन पिता चल बसे । भाइयों में बंटवारे की बात चली-”यह तू ले, वह मैं लूं, वह मैं लूंगा, यह तू ले ले ।” आए दिन दोनों बैठे सूची बनाते, पर ऐसी सूची न बना सके, जो दोनों को ठीक लगे । जैसे-तैसे बंटवारे का मामला सुलझने लगा, तो एक खरल पर आकर उलझ गया । ”पिता जी अपने लिए इस खरल में दवाइयां घुटवाते थे । उसे तो मैं ही अपने पास रखूंगा ।” बड़े ने कहा । छोटा तुनककर बोला-”यह तो कभी हो नहीं सकता । दवाइयां घोट-घोटकर तो उन्हें मैं ही देता था । उनकी निशानी के तौर पर मैं इसे रखूंगा ।”
बात बढ़ गयी और सारा किया-धरा चौपट । अब पंचों से फैसला कराना तय हुआ । पंच चुने गए । उन्होंने सबसे पहले दोनों को घर से बाहर निकाला और दो ताले द्वार पर डाल दिये । तय हुआ-बंटवारा दो दिन बाद करेंगे । दोनों में से अब कोई भाई अकेला भीतर नहीं जा सकता था । पर हमारे समाज में वे भी तो है, जो द्वार से घर में नहीं घुसते । रात हुई, चोर दीवार लांघकर भीतर घुसे और सारा माल समेटकर गायब हो गये ।
दो दिन बाद घर खोला गया । अब बांटने को धन बचा ही नहीं था । दोनों भाई खड़े-खड़े हाथ मल रहे थे । एक कोने में पड़ा खरल उन्हें चिल्ला रहा था ।
दोनों भाइयों ने पंचों के हाथ जोड़े । कहा-” अब बंटवारा नहीं होगा । हम साथ-साथ ही रहेंगे ।”
खरल के झगड़े ने धन गंवा दिया । मेल से रहना और प्रेम बांटना ही सुखी जीवन बिताने का सूत्र है ।
wish4me In English
do bhaee the . achaanak ek din pita chal base . bhaiyon mein bantavaare kee baat chalee-yah too le, vah main loon, vah main loonga, yah too le le . aae din donon baithe soochee banaate, par aisee soochee na bana sake, jo donon ko theek lage . jaise-taise bantavaare ka maamala sulajhane laga, to ek kharal par aakar ulajh gaya . pita jee apane lie is kharal mein davaiyaan ghutavaate the . use to main hee apane paas rakhoonga . bade ne kaha . chhota tunakakar bola-yah to kabhee ho nahin sakata . davaiyaan ghot-ghotakar to unhen main hee deta tha . unakee nishaanee ke taur par main ise rakhoonga .
baat badh gayee aur saara kiya-dhara chaupat . ab panchon se phaisala karaana tay hua . panch chune gae . unhonne sabase pahale donon ko ghar se baahar nikaala aur do taale dvaar par daal diye . tay hua-bantavaara do din baad karenge . donon mein se ab koee bhaee akela bheetar nahin ja sakata tha . par hamaare samaaj mein ve bhee to hai, jo dvaar se ghar mein nahin ghusate . raat huee, chor deevaar laanghakar bheetar ghuse aur saara maal sametakar gaayab ho gaye .
do din baad ghar khola gaya . ab baantane ko dhan bacha hee nahin tha . donon bhaee khade-khade haath mal rahe the . ek kone mein pada kharal unhen chilla raha tha .