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सबसे शक्तिशाली आशीर्वाद

पटना शहर में एक गरीब दर्जी अपने इकलौते बेटे के साथ एक छोटे से घर में रहता था। उसका सपना था की उसका बेटा बहुत अच्छी पढ़ाई करके एक अच्छी से नौकरी करे। इसलिए उन्होंने तय किया कि उसके बेटे को सबसे अच्छी शिक्षा मिलेगी, चाहे उनकी वर्तमान स्थिति कैसी भी हो।

पिता दिन रात मेहनत करता और अपने बेटे के पढाई का खर्चा उठता। बेटा ही खूब मन लगाकर पढता।

एक दिन पिता का सपना सच हो गया। बेटा पढ़ लिख कर बहुत बड़ा आदमी बन गया और वह अब शहर की सबसे अच्छी कंपनी का मुखिया था।

एक दिन बेटा अपने बड़े और आलिशान ऑफिस में बैठा हुआ था, तभी उसके पिता उसका ऑफिस देखने आये। बेटा अपने ऑफिस की शानदार कुर्सी पर बैठा हुआ था। पिता का देख बेटा खुश हो गया और अपनी कुर्सी से खड़ा हो गया।

पिता ने बेटे को कुर्सी पर बैठाया और बेटे के पीछे खड़े हो गए और उसके कंधो पर अपना हाथ रखते हुए कहा “बेटा, तुम्हे पता है कि आज इस दुनिया में सबसे शक्तिशाली इंसान का एहसास किसे होता होगा?”

पिता आगे कुछ और बोल पाते तभी बेटे ने कहा “पिता जी मैं हूँ सबसे शक्तिशाली इंसान।” पिता ने सोचा था कि बेटा उन्हें ही सबसे शक्तिशाली कहेगा लेकिन बेटे के इस जवाब से उन्हें बहुत निराशा हुई।

ठीक कहा बेटा” इतना कहते ही पिता बेटे के ऑफिस से जाने ही लगे थे कि एक बार और पीछे मुड़ कर वही सवाल बेटे से किया “बेटा, तुम्हे अभी भी लगता है कि तुम सबसे शक्तिशाली हो?”

बेटे ने कहा “नहीं पिता जी, इस दुनिया में अगर कोई सबसे शक्तिशाली है तो वो आप हैं”

“लेकिन अभी तो तुमने कहा था कि तुम ही सबसे शक्तिशाली हो” पिता ने फिर पुछा

“हाँ, वो मैंने इसलिए कहा था क्यूंकि उस वक़्त दुनिया के सबसे शक्तिशाली इंसान के हाथ मेरे कंधे पर थे, इसलिए उस वक़्त मैं खुद को सबसे शक्तिशाली मेहसूस कर रहा था” बेटे ने जवाब दिया ये सुन पिता की आँखों में आंसू आ गए और उन्होंने अपने बेटे को गले से लगा लिया।

Moral of Hindi Stories – माता पिता का आशीर्वाद ही है जो हमें इस दुनिया के सबसे शक्तिशाली बना सकता है।

English Translation

In the city of Patna, a poor tailor lived in a small house with his only son. His dream was that his son should get a good job after studying very well. So he decided that his son would get the best education possible, irrespective of his current status.

The father worked hard day and night to meet the expenses of his son’s education. The son studies with a lot of heart.

One day father’s dream came true. The son became a great man after studying and he was now the head of the best company in the city.

One day the son was sitting in his big and luxurious office, when his father came to see his office. The son was sitting on the luxurious chair of his office. The son was happy to see his father and stood up from his chair.

The father made the son sit on the chair and stood behind the son and keeping his hand on his shoulders said “Son, do you know who would have realized that the most powerful person in this world today?”

Before the father could say anything further, the son said, “Father, I am the most powerful person.” The father had thought that the son would call him the most powerful, but he was very disappointed with the son’s answer.

Well said son” saying this, the father was about to leave the son’s office that once more turning back asked the same question to the son “Son, you still think that you are the most powerful?”

The son said “No father, if anyone is the most powerful in this world then it is you”.

“But just now you said that you are the most powerful” the father asked again.

“Yes, I said that because at that time the hands of the most powerful man in the world were on my shoulders, so at that time I was feeling most powerful” replied the son.

Moral of Hindi Stories – It is only the blessings of parents that can make us the most powerful in this world.

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