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Kuchisake Onna Horror Story in Hindi

जापानी समृद्ध और शक्तिशाली देश है जो तकनीक के मामले में बहुत ही ज्यादा आगे हैं। वहां के लोग पौराणिक गाथा और भूत प्रेतों की चीजों से पर ज्यादा विश्वास नहीं करते। हम भी इन सब चीजों को सुनने के बाद इसे झूठ या मनगढंत कह देते हैं। हम सब इन सब बातों को नकार देते हैं और इन सब …

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चोर से सहानुभूति!!

एक संत थे। उनके पास एक कीमती कम्बल था। एक दिन कोई वह कम्बल चुरा ले गया। कुछ दिन संत ने बाजार में एक व्यक्ति को वही कम्बल एक दुकानदार को बेचते देखा। दुकानदार उस व्यक्ति से कह रहा था कि यह कम्बल तुम्हारा है या चोरी का। इस बात का क्या प्रमाण है? अगर कोई सज्जन व्यक्ति आकर गवाही …

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क्या अच्छा क्या बुरा!!

चीन के गांव में एक किसान था। उसका कहना था कि ईश्वर जो भी करते हैं, हमारे भले के लिए करते हैं। एक दिन उसका घोड़ा रस्सी तुड़ाकर जंगल की ओर भाग गया। इस पर उसके पड़ोसियों ने आकर दुख जताया। लेकिन किसान शांत रहा। दो दिन बाद किसान का घोड़ा वापस आ गया और अपने साथ तीन जंगली घोड़े …

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नम्र बनो, कठोर नहीं!!

एक संत मृत्युशैया पर थे। उन्होंने अपने शिष्यों को अंतिम उपदेश के लिए अपने पास बुलाया। उन्होंने शिष्यों से कहा, “जरा मेरे मुंह में देखो कितने दांत शेष बचे हैं? शिष्यों ने बताया “महाराज आपके दांत तो कई वर्ष पहले ही टूट चुके हैं। अब तो एक भी नही बचे। संत ने कहा, ” अच्छा देखो जीभ है या वह …

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कर्म करो!!

एक लकड़हारा रोज जंगल लकड़ी काटने जाता था। वहां उसे रोज एक अपाहिज लंगड़ी लोमड़ी दिखाई पड़ती थी। वह सोचता जंगल में इसे भोजन कैसे प्राप्त होता होगा? जबकि यह शिकार भी नहीं कर सकती। एक दिन उसने सोचा कि आज मैं पता लगाऊंगा की यह जीवित कैसे है? लकड़हारा उसी के पास के एक वृक्ष पर चढ़कर बैठ गया। …

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अनपढ़ मल्लाह!!

एक गणित के अध्यापक को अपने ज्ञान का बहुत घमंड था। एक बार उनको नदी पार कहीं जाना था। वे एक नाव में बैठ गए। नाविक एक बूढ़ा मल्लाह था। नाव चल पड़ी। थोड़ी दूर जाने के बाद उन्होंने मल्लाह से पूछा, “क्या तुमको गणित आती है?” नाविक ने जवाब दिया, “नहीं।” इस पर शिक्षक बोले, “तब तो तुम्हारी चार …

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संकट का साथी!!

एक शिकारी था। आज पूरा दिन घूमने के बाद भी उसे कोई शिकार नहीं मिला। क्रोधित होकर वह घने जंगल में घुस गया। उसके पास एक घातक विषबुझा तीर था। क्रोधवश आज उसने उस तीर का प्रयोग करने का निर्णय लिया। थोड़ी देर बाद उसे हिरनों का एक झुंड दिखाई पड़ा। उसने निशाना साध कर तीर चला दिया। लेकिन निशाना …

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लक्ष्मी और भाग्य !!

एक नगर में एक सेठ रहता था। उसके पास अपार धन संपदा थी। उसका एक ही पुत्र था। कालांतर में सेठ के परलोकगमन के उपरांत उसके पुत्र ने कुसंगति के प्रभाव में सारा धन नष्ट कर दिया। अब उसे खाने के लाले पड़ गए। तब उसकी पत्नी ने कहा, “स्वामी ! अगर हम दोनों काम करें तो तो हमारी समस्याएं …

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जैसा राजा वैसी प्रजा!!

महिलारोप्य राज्य का राजा महेंद्र वर्मन एक योग्य शासक था। वह अपनी प्रजा को पुत्रवत मानता था। उसी प्रकार वह प्रजा के सुख दुख का ध्यान रखता था। कोई भी व्यक्ति कभी भी उससे मिलकर अपनी समस्या बता सकता था। उसके राज्य में सभी सुखी थे। किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं थी। लेकिन राजा महेंद्र वर्मन हमेशा सोचता कि …

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कुसंग का फल!!

गंगा तट पर एक विशाल पाकड़ का वृक्ष था। उस पर सैंकड़ों पक्षी मिलजुलकर रहते थे। उसी वृक्ष पर एक वृद्ध गीद्ध भी रहता था। उम्र की अधिकता ने उसकी दृष्टि छीन ली थी। जिस कारण वह कहीं आने जाने और भोजन की व्यवस्था करने में असमर्थ था। पेड़ पर रहने वाले सभी पक्षी अपने भोजन से कुछ हिस्सा उसे …

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