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ओ कान्हा ओ कान्हा ना मुझको इतना सता
ओ कान्हा ओ कान्हा ना मुझको इतना सताओ राधे ओ राधे थोडा सा माखन चखा, मटकी तू काहे फोड़े है बहियाँ मरोड़े है ओ कान्हाकाहे तू मोहे सताता है मोहे रुलाता है ओ कान्हाछोड़ेगे ना तुझको राधे पेहले माखन चखाओ कान्हा ओ कान्हा ना मुझको इतना सता…… दहिया को बेचने जब रस्ते पे आऊ,रस्ते पे ग्वालो संग तोहे बैठा पाऊ,जाने …
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