Breaking News

blog

blog

क्यों सताए मुझे क्यों रुलाये मुझे

क्यों सताए मुझे क्यों रुलाये मुझेइतना तो बोल दे मोहनचुप क्यों है बोल दे मोहनक्यों सताए मुझे…………. इतना बेदर्द क्यों हो गया है तूअब तू बोल ज़रा किस्से जाके कहूंइतना दर्द मिला मैं सहन कैसेअब तो सुन भी ले मोहनचुप क्यों है बोल दे मोहन.. सबके तो सामने मैं तो हंसती रहीआंसू आँखों में अपने छिपाती रहीअब तो आंसू मेरे …

Read More »

प्राणी में भगवान्

अफ्रीका के एक गाँव में जन्मे आगस्टाइन जन्मजात प्रतिभाशाली थे। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद वे अमेरिका की मिलान यूनिवर्सिटी में शिक्षक नियुक्त हुए। वे ‘खाओ-पीओ मौज करो’ के सिद्धांत में विश्वास रखते थे और असंयम व स्वेच्छाचारी जीवन बिताते थे। एक दिन वे ईसाई प्रचारक पादरी एंबोसे के सत्संग में गए। मनुष्य को असत्य, हिंसा, यौनाचार आदि का …

Read More »

सत्य, शील और विद्या

एक बार आचार्य चाणक्य से किसी ने प्रश्न किया, ‘मानव को स्वर्ग प्राप्ति के लिए क्या-क्या उपाय करने चाहिए?’ चाणक्य ने संक्षेप में उत्तर दिया, ‘जिसकी पत्नी और पुत्र आज्ञाकारी हों, सद्गुणी हों तथा अपनी उपलब्ध संपत्ति पर संतोष करते हों, वह स्वर्ग में नहीं, तो और कहाँ वास करता है! आचार्य चाणक्य सत्य, शील और विद्या को लोक-परलोक के …

Read More »

इनाम अकबर बीरबल कहानी

अकबर ने अपने दरबार को सभी के लिए खोल रखा था उसमें चाहे कोई व्यक्ति अपनी फ़रियाद लेकर आये या फिर अपनी प्रतिभा का प्रद्रशन करने आये। एक बार की बात है एक रामदेव नाम का गायक अपने संगीत को अकबर के दरबार में दिखाने की मंशा से राजस्थान से आया। वह अकबर के महल में प्रवेश करने लगा लेकिन …

Read More »

लालच में भक्ति नहीं

महिला संत राबिया अरब में बसरा शहर की एक झोंपड़ी में रहकर हर क्षण भगवान् की याद में खोई रहती थीं। वे कहा करती थीं कि प्रत्येक मनुष्य का जीवन क्षणभंगुर है तथा ईश्वर शाश्वत है । बसरा के लोगों ने एक दिन देखा कि राबिया एक हाथ में आग और दूसरे हाथ में पानी से भरी बाल्टी लिए दौड़ …

Read More »

Kanha murli se mithi mithi taan sunave

यमुना किनारे पे नंद का लाला गईयां चरावे,कान्हा मुरली से मीठी मीठी तान सुनावे…… मुरली को सुन कर के सखिया हो गई रे दीवानीसुध बुध बोली वो ऐसी होगी रे मस्तानीराधे ने मुरली से कान्हा कैसा जादू पावेकान्हा मुरली से मीठी मीठी तान सुनावे…… कान्हा की मुरली की जब से तान पड़ी काननं मेंदिल मुरली ले गई रे नींद ना …

Read More »

मैं हूँ अपने कृष्णा का

मैं हूँ अपने कृष्णा काकृष्णा है मेरे नाथजन्म जन्म का रिश्ता है यहजन्म जन्म का साथ है कृष्णा ही मेरे प्रीतम साजनकृष्णा मेरी हर सांस हैजन्म जन्म का रिश्ता है यहजन्म जन्म का साथ है रोम रोम यह कहता है किकृष्णा से मुझको प्यार हैकृष्णा भजन ही मेरा जीवनकृष्णा रटन ही काम हैसांस सांस से रट लो जी कृष्णानाम रटन …

Read More »

जन्माष्टमी का दिन लागे बडा प्यारा

murliwala

जन्माष्टमी का दिन लागे बडा प्यारासोने की पलने में रेशम की डोरी बांधे झुला झुलाए ब्रिज बालाजन्माष्टमी का दिन लागे बडा प्यारा मथुरा में कान्हा जन्म लियो है जग हित को अवतार लियो हैसोला कला सम्पुरण कन्हाईऐसा दूजा देव है ना ही लड्डू गोपाल लागे प्याराजन्माष्टमी का दिन लागे बडा प्यारा दूध दही और छाज लुटाओ माखन मिश्री भोग लगाओखुद …

Read More »

मैं तो यमुना का पूजन करुँगी

मैं तो यमुना का पूजन करुँगीअपने जीवन को चन्दन करू गी बाजे कण कण में कान्हा की बंसीमन में भगतो के भर्ती है भगतीमैं भी कान्हा का सुमिरन करुंगीअपने जीवन को चन्दन करू गी कैसी किरपा मेरी यमुना माँ कीयम लगाते न भगतो की फांसी ,तोड़ जग के ये बंधन मैं दूंगीअपने जीवन को चन्दन करू गी यमन मैया का …

Read More »

जब जब विपदा आई

जब जब, विपदा आई, बाबा साथ आ गया,मेरे सिर पे, साँवरिया का, हाथ आ गयाजय हो ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, दुःख ने सताया, नहीं घबराया,साँवरा सलोना पास आयामेरे पल पल, का यह, हिसाब करे,सच्च मेरे, साँवरिया, सारे ख्वाब करेजो भी लड़ने आया, वही मात खा गया ,मेरे सिर पे, साँवरिया का, हाथ आ गयाजब जब, विपदा आई,,,,,,,,,,,,,,,, गम की घटाएं, जो घिर घिर …

Read More »